पाकिस्तान के वफ़ाक़ी वज़ीरे दाख़िला चौधरी निसार ने कहा है कि दहशतगर्दों के ख़िलाफ़ अस्करी जंग में कामयाबियां मिल रही हैं लेकिन उन के बाक़ौल बेजा तन्क़ीद और मायूसी की बातें करने से नफ़्सियाती जंग हम हार रहे हैं।
उन्हों ने जुमेरात को इस्लामाबाद में एक न्यूज़ कान्फ़्रैंस में कहा कि इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के क़ौमी लाएह अमल पर की जाने वाली तन्क़ीद दुरुस्त नहीं। वाज़ेह रहे कि गुज़िश्ता हफ़्ते चारसदा की बाचा ख़ान यूनीवर्सिटी पर दहशतगर्दों के मुनज़्ज़म हमले के बाद कई हल्क़ों खासतौर पर क़ौमी असेंबली में क़ाइद-ए-हिज़्बे इख़तिलाफ़ सय्यद ख़ुरशीद शाह की तरफ़ से ना सिर्फ इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी के क़ौमी लाएह अमल के नफ़ाज़ बल्कि वज़ीरे दाख़िला चौधरी निसार पर भी कड़ी तन्क़ीद की गई थी।
बाचा ख़ान यूनीवर्सिटी पर हमले के बाद पहली मर्तबा न्यूज़ कान्फ़्रैंस करने वाले वफ़ाक़ी वज़ीरे दाख़िला ने कहा कि दहशतगर्दों की कार्रवाई के बाद इत्तिहाद और यकजहती का मुज़ाहरा करना चाहीए।