पाकिस्तान के साबिक सदर परवेज मुशर्रफ पर बगावत के मामले की सुनवाई मंगल के रोज़ एक दिन के लिए मुल्तवी कर दी गई, क्योंकि मामले की सुनवाई कर रहे खुसूसी अदालत के जज वकीलों की तरफ से कार्रवाई का बाइकाट किए जाने की वजह से अदालत नहीं पहुंचे। अब मामले की सुनवाई बुध के रोज़ होगी।
डॉन ऑनलाइन के मुताबिक , इस्लामाबाद हैइ कोर्ट और ज़िलाई अदालद के नुमाइंगान वकीलों ने पीर के रोज़ अदालत में हुए बम हमले और गोलीबारी के एहतिजाज में हड़ताल का ऐलान किया था। हमले में कम से कम 11 लागों की मौत हुई थी, जिसमें Additional Sessions Judge रफकत अवान भी शामिल थे। इसके इलावा 29 लोग हमले में ज़ख्मी भी हुए थे।
साबिक फौजी सरबराह मुशर्रफ पर 2007 में आईन की खिलाफवर्जी करने और मुल्क इमरजेंसी लागू करने के इल्ज़ाम में बगावत का मामला दर्ज है, जिसके लिए उन्हें सजा-ए-मौत भी हो सकती है।
रजिस्ट्रार अब्दुल गनी सूमरो ने खुसूसी अदालत के जज के अदालत न पहुंच पाने के बाद मामले की सुनवाई मुल्तवी कर दी।
मुशर्रफ के वकील अहमद रजा कसूरी ने कहा कि वकीलों ने एक हफ्ते के लिए अदालती कार्रवाई के बाइकाट का ऐलान किया है।
कसूरी ने कहा कि अदालत के अहाते में अब खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर अदालत के अहाते में सेक्युरिटी इतनी कमजोर होगी, तो मुशर्रफ अदालत में पेश नहीं होंगे।