हमास। एक अरबी टी वी चैनल के रिपोर्टर ने हुकूमत मुख़ालिफ़ बाग़ी फ़ौज की जंगी हिक्मत को क़रीब से देखा है। बाग़ी फ़ौजीयों को बाहर से किसी किस्म की फौजि मदद नहीं मिल रही है बल्कि फ़्री आर्मी के आफ़िसर और नौजवान उन्ही हथयारों के साथ लड़ रहे हैं जो वो बग़ावत के वक़्त साथ लाए थे।
हमास में सरकारी फ़ौज के लगातार हवाइ ओर ज़मीनी हमलों के बावजूद आर्मी के अफ़िसरों और जवानों के हौसले बुलंद हैं। हमास में बरसर पैकार फ़्री आर्मी के जिस ब्रिगेड के साथ रिपोर्टर ने शहर का दौरा किया इस में 150 आला आफ़िसर भी शामिल हैं।
इन के पास नए हथीयार नहीं है, लेकिन वो भागने के वक़्त जो क्लाशनीकोफ़ और दुसरे हथियार साथ लाए थे इसी के साथ लड़ रहे हैं।
ख़्याल रहे कि हमास में बाग़ी फ़ौज के 30 ब्रिगेड मौजूद हैं जिन में हज़ारों तर्बीयत याफ़ता फ़ौजी आफ़िसर और जवान शामिल हैं। फ़्री आर्मी बशार असद की हिमायत में लड़ने वाली फ़ौज की बराबर निगरानी कर रही है ।