बगैर ट्रायल के हजारों कैदी सऊदी अरब की जेलों में है बंद, ह्यूमन राइट्स ने उठाए सवाल!

ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) का कहना है कि सऊदी अरब में लंबे समय से हजारों लोग सऊदी जेलों में कैद हैं। कई कैदी तो दशकों से सऊदी जेलों में कैद हैं जिनका कभी ट्रायल भी नहीं हुआ है।

एचआरडब्ल्यू कार्यकर्ताओं ने यहाँ सऊदी नरेश बिन सलमान की तरफ इशारा कर कहा है की सऊदी अरब में यह एकपक्षीय गिरफ्तारी अभ्यास के तौर पर हुई हैं।

आंतरिक मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक और एचआरडब्ल्यू विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किए गए आंकड़ों के अनुसार, अधिकारियों ने कम से कम 2,305 लोगों को कैद किया हुआ है-जिनकी सजा छह महीने से 10 साल तक की है- इस बीच उनका किसी भी प्रकार का कोई ट्रायल नहीं है।

नोट में न्यूयॉर्क में स्थित अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ने जोर दिया कि यह अभ्यास हाल के वर्षों में नाटकीय रूप से बढ़ गया है। इसलिए उन्होंने कहा है की “इस प्रकार की एकपक्षीय गिरफ्तारी पर नियन्त्रण होना चाहिए।

मिडिल ईस्ट डायरेक्टर फॉर द न्यू यॉर्क बेस्ड राईट ग्रुप, सारह लिआ व्हिटसन ने कहा है की अगर सऊदी अधिकारी किसी भी कैदी को सऊदी जेलों में बिना किसी जांच और शुल्क के सालों तक रख सकते हैं तो यह स्पष्ट हो गया है की सऊदी अपराधिक प्रणाली पूरी तरह से टूट चुकी है और यह गलत है और यह बदतर लग रहा है।

एशिया न्यूज के अनुसार रुढ़िवादी सऊदी साम्राज्य में 32 वर्षीय एमबीएस द्वारा “विजन 2030” कार्यक्रम के संदर्भ में हाल के महीनों में देश में सुधारों की एक श्रृंखला पेश की गयी है. जिसके मुख्य उद्देश्यों में से एक महिला रोजगार को बढ़ावा देना है।

एशिया न्यूज के अनुसार यह सुधार सिर्फ रोजगार क्षेत्र के बारे में नहीं हैं. पिछले सितंबर में महिलाओं के लिए ड्राइविंग प्रतिबंध (जून से लागू) की समाप्ति की घोषणा की गई थी और महिलाओं को स्टेडियम में जाने की अनुमति भी दी गयी थी।

ह्यूमन राईट वाच ने निंदा कर कहा की “ऐसा लगता है कि एमबीएस की विजन 2030 योजना बिना किसी आरोप के जेलों में समय बिता रहे कैदियों की स्थिति को सही तरह से देश में हो रहे सुधार का वर्णन करती है।

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस इस “सुधारवादी” योजना के मुख्य अध्यक्ष हैं, जिनका मूल उद्देश्य राज्य को तेल पर निर्भरता से मुक्त करना और दुनिया के सबसे प्रतिबंधित राष्ट्रों में से सऊदी को आधुनिक बनाना है।

साथ ही, सऊदी अरब दुनिया के उन देशों में से एक है जहां मौत की सजा अक्सर लागू होती है। साम्राज्य में मौत की सजा हत्या, सशस्त्र लूट, बलात्कार और नशीली दवाओं की तस्करी के दोषी, बल्कि जादूगर और सोडोमी के लिए भी है।