बगै़र अक्सरीयत दिल्ली में हुकूमत बी जे पी की कोशिशें

आर एस एस के सरबराह मोहन भागवत ने बी जे पी के नए इंतिखाब क़ौमी सदर अमित शाह को साफ़ कह दिया है कि महाराष्ट्र समेत कुछ रियासतों में होने वाले असेंबली चुनावो में वो तंज़ीम से कोई मदद की उम्मीद नहीं रखें|

बी जे पी सदर बनने के बाद शाह सरसंघचालक का दुआ लेने के लिए पहली बार नागपुर आए थे| एक अंग्रेज़ी अख़बार की ख़बर के मुताबिक़, बी जे पी ज़राए ने बताया कि भागवत ने शाह से इस बात को लेकर भी नाराज़गी ज़ाहिर की कि दिल्ली में अक्सरियत नहीं होने के बावजूद बी जे पी हुकूमत बनाने जा रही है|

उन्होंने बी जे पी सदर को मश्वरा दिया है कि हुकूमत बनाने की कोशिश की बजाय पार्टी को दुबारा इंतिख़ाब में उतरना चाहिए और लोगों से किए वादों को पूरा करें| ज़राए के मुताबिक़, मर्कज़ में बी जे पी को शानदार फ़तह दिलवाने में अहम किरदार अदा करने वाले शाह से भागवत ने कहा कि आर एस एस ने बी जे पी को आम चुनावो में इस लिए हिमायत की, क्योंकि मुल्क मुश्किल दौर से गुज़र रहा था और मर्कज़ में ताक़तवर लीडर के साथ एक मज़बूत हुकूमत की ज़रूरत थी|

आर एस एस के सरबराह ने शाह को मश्वरा दिया की यूनियन पर इन्हिसार रहने की बजाय बी जे पी को असेंबली इंतिख़ाबात के लिए पार्टी को मज़बूत करने के साथ साथ कारकुनों को इंतिख़ाबात के लिए तैयार रहने के लिए कहे| दोनों के दरमयान असेंबली इंतिख़ाबात के इलावा नशिस्तों के बटवारे को लेकर बी जे पी-शिवसेना के दरमयान बढ़ती तनातनी पर भी बहस हुई|

इस से पहले, यूनियन हेडक्वार्टर पर अमित शाह का शानदार कदर‌ किया गया था| ताहम, भागवत के साथ मुलाक़ात के बाद शाह ने मीडिया से बात नहीं की|