बगै़र राकेट साईंस के खिला के किनारे तक उड़ान

टोरंटो, ३० जनवरी (एजैंसीज़) एक ऐसे वक़्त में जबकि अमरीका ख़ला में अपने इंसानी मिशन में कमी कर रहा है, कैनेडा के दो तलबा ने ये साबित कर दिखाया है कि ख़ला के किनारे तक उड़ने के लिए हमेशा किसी राकेट साईंस की ज़रूरत नहीं होती।

कैनेडा के शहर टोरंटो के इन तलबा के नाम मीथो हो और असद मुहम्मद हैं जो स्कूल में पढ़ते हैं। इन दोनों ने इंसान नुमा एक छोटे खिलौने और कैमरे को बादलों से ऊपर पहुंचाने के लिए एक ऐसी शैय का इस्तेमाल किया जो बच्चों में बहुत मक़बूल है।

इन बच्चों ने एक गत्ते के डिब्बे पर कैमरा और कैनेडा का झंडा थामे हुए एक इंसान नुमा छोटे खिलौने को नसब किया और फिर उस डिब्बे को एक बड़े गुब्बारे से मुंसलिक करके उसे हवा में छोड़ दिया।इस गुब्बारे ने फ़िज़ा-ए-में अंदाज़न चौबीस किलोमीटर तक सफ़र किया और उसके बाद गुब्बारा फट गया लेकिन इन बच्चों ने चूँकि गत्ते के डिब्बे पर ही एक छोटा पैराशूट नसब कर दिया था इस लिए कैमरे की फ़िल्म और खिलौना हिफ़ाज़त से ज़मीन पर उतर आया।

अगरचे उसका नुज़ूल उस जगह से सौ किलोमीटर से ज़्यादा फ़ासले पर ज़मीन पर हुआ जहां से उसे फ़िज़ा में छोड़ा गया था।दिलचस्प बात ये है कि इन बच्चों ने जी पी एस आले की मदद से गत्ते पर नसब खिलौने और कैमरे को ढूंढ भी निकाला।अब इस हैरतअंगेज़ तजुर्बे में कैमरे ने कुर्राह-ए-अर्ज़ के माहौल की जो फ़िल्म बनाई है वो इंटरनैट पर बहुत मक़बूल हो रही है।