बच्चा चोर अफवाह हत्या मामला : अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी

रांची : बच्चा चोर अफवाह मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जमशेदपुर के बागबेड़ा व सरायकेला के राजनगर में 18 मई को हुई घटनाओं के जांच के लिए कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त और डीआईजी की एक टीम बनायी गयी है जो एक महीने के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट विभाग को सौपेगा. पुलिस ग्रुप के एडमिन से भी पूछताछ की रही है. गृह विभाग के प्रधान सचिव श्री एस के रहाठे ने आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बच्चा चोर के अफवाह की सत्यता की जांच स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने की थी लेकिन जांच में कुछ भी नहीं मिला.

पुलिस अफवाह को रोकने के लिए चला रही है जागरूकता अभियान

बच्चा चोर अफवाह को समाप्त करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने गांव के मुखिया और पंचायत स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इसे रोकने की अपील क. उन्होंने कहा कि गृह विभाग और पुलिस प्रशासन के साथ मिल कर सरकार की तरफ से अफवाहों को रोकने के लिए बैनर, पोस्टर, टीवी, समाचार पत्र, वाट्सऐप ग्रुप आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना में मरने वाले लोगों के परिजनों को दो -दो लाख रुपये और घायलों को पचास हजार रुपये की राशि देगी.

दंगा फैलाने वालों को चिन्हित करने के लिए पुलिस लेगी वीडियोग्राफी और सीसीटीवी का सहारा
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीजीपी श्री डी के पांडेय ने कहा कि बच्चा चोरी की अफवाह की जांच एडीजी सीआईडी से करवाई गयी थी लेकिन संबंधित क्षेत्र या आस पास के क्षेत्र में ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं मिली. पुलिस सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के माध्यम से दंगा फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर रही है. श्री पांडेय ने आश्वासन दिया है कि इस घटना से जुड़े किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जायेगा.फिलहाल घटना स्थल पर शांति व्यवस्था बनी हुई है और वहां पुलिस विभाग के कई अधिकारी कैंप कर रहे हैं. श्री पांडेय ने कहा कि 20 मई को जमशेदपुर में हुई घटना और सरायकेला तथा बागबेड़ा की घटनाएं बिलकुल अलग हैं.

साईबर क्राइम के विषय पर उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाह को फैलाने के लिए वाट्सऐप और फेसबुक जैसी सोशल मीडिया का सहारा लिया जाता है. झारखण्ड पुलिस ऐसे साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए अब सभी जिले में साइबर पुलिस थाने को बनाने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से जुड़े कानून की जानकारी हर किसी को होनी चाहिए और इसके लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से लोगों और खास कर युवाओं को जागरुक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद बागबेड़ा और राजनगर के थाना प्रभारियों को निलंबित कर दिया गया ह. श्री पांडेय ने मीडिया से आग्रह किया कि वे भी लोगों को साइबर क्राइम और अफवाहों से बचने के लिए प्रेरित करे.