पटना 25 मई : पेशेवर बच्चा चोर मीना देवी उर्फ गड़िया को गिरफ्तार करने के लिए जुमा को भी पुलिस ने कई जगह छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिली। वह फुलवारीशरीफ थाने के खोजा इमली की रहनेवाली है। पुलिस ने उसके घर व आसपास के इलाके में जाल भी बिछाया, लेकिन वह इतनी शातिर है कि अपना मोबाइल फोन भी ऑफ कर रखा है। उसका कोई लोकेशन नहीं मिल पा रहा है। वह बेवा है। उसके शौहर की मौत काफी पहले हो चुकी है।
शौहर की मौत के बाद वह बच्चा चोरी के धंधे में लग गयी। पुलिस का कहना है कि अब तक की छानबीन में मीना के गिरोह में कई और लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। मीना के पकड़े जाने के बाद उसके गिरोह के दीगर अरकान के बारे में जानकारी मिल पायेगी। एक बच्चा चुराने पर उसे पांच हजार से दस हजार रुपये तक मिलते थे। पीएमसीएच के औरत और लेबर महकमा से कलावती देवी के बच्चा को चुराने के एवज में उसने गायत्री देवी से दस हजार रुपये लिये थे। दारुल हुकूमत के कई हॉस्पिटल के मुलाज़िमों से मीना की सांठ-गांठ है।
इसी सांठ-गांठ की वज़ह वह चोरी के बच्चे का भी फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवा लिया करती थी। फुलवारी के जिस पोपुलर नर्सिग होम से गायत्री ने फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था, उसके बारे में मीना ने बताया था।