नई दिल्ली 10 अक्टूबर (पी टी आई) इंसिदाद बच्चा मज़दूर क़वानीन की सख़्ती से अमल आवरी में कोताही के बाइस सूरत-ए-हाल इतनी अबतर होचुकी है कि लोग बच्चों से वर्कर्स की हैसियत से बेला ख़ौफ़ ख़िदमात ले रहे हैं। दिल्ली अदालत ने कहा कि रूप नगर इलाक़ा से 24 बच्चों को बचाने से मुताल्लिक़ मुक़द्दमे की समाअत से पता चलता है कि अवाम में क़वानीन का डर नहीं है, इस लिए वो मासूम बच्चों से काम लेते हुए इंसिदाद बच्चा मज़दूरी क़वानीन की ख़िलाफ़वरज़ी कररहे हैं। दिल्ली पुलिस, समाजी बहबूद महिकमा और महिकमा लेबर के ओहदेदारों ने गुज़श्ता माह एक फ़ैक्ट्री पर हलमा करके बच्चों को बचा लिया था। ऐडीशनल सैशन जज मधु जैन ने चमड़े की फ़ैक्ट्री के मालिक की दरख़ास्त क़बल अज़ गिरफ़्तारी ज़मानत को मुस्तर्द करदिया जिन की फ़ैक्ट्री से 2 बच्चे बचा लिए गए थे। हुक्काम ने दावा किया कि अगर चीका उन्हों ने फ़ैक्ट्रीयों में काम करने वाले बच्चों को बचा लिया है लेकिन ख़ाती फ़ैक्ट्री मालकीयन क़ानून के चंगुल से बच निकलने में कामयाब हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक़ 24 बच्चे निहायत ही अबतर हालत में कम उजरत पर काम कररहे थे।