बच्चे को फ्लश करने वाली मां आखिर ‘खामोश क्यों थी ‘

नई दिल्ली, 30 मई: क्या वाकई कोई मां अपने नौमौलूद ( नवजात) बच्चे को टॉयलेट में बहा सकती है…? शायद हां भी और न भी। चीन के झेजियांग सूबे में हफ्ते के दिन सीवेज पाइप में मिले इस बच्चे की कहानी कुछ इन्हीं सवालों से घिरी हुई है।

अच्छी बात ये है कि अब तक जिस बच्चे के मां-बाप का पता-ठिकाना भी मालूम नहीं था वहीं अब उसकी मां मिल गई है। लेकिन मां की मौजदूगी काफी मशकूक है। 22 साल की ये खातून बिन बियाही है और चीन के पूजियांग की रहने वाली है।

जब ये रेस्‍क्यू ऑपरेशन चल रहा था उस दौरान यह खातून हर वक्त बच्चे के आस-पास ही मौजूद रही लेकिन उसने एक बार भी ये नहीं कहा कि वो ही बच्चे की मां है। उसके कपड़े पर खून के धब्बे थे जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ। बाद में जब पुलिस ने उससे सवाल-जवाब किए तो उसने कुबूल कर लिया कि वो ही बच्‍चे की असली मां है।

मां का कहना है कि उसने जानबूझकर बच्चे को टॉयलेट में नहीं बहाया, यह एक हादिसा था। वह यहां किराए के एक मकान में रहती है। हफ्ते के दिन उसके पेट में तेज दर्द हुआ और जब वो शौच को गई तो एकाएक डिलीवरी हो गई और बच्‍चा सीवेज में बह गया।

उसने ये इत्तेला अपनी मकान-मालकिन को दी, इसके बाद उसी ने फोन करके पुलिस को इत्तेला दी। मां का कहना है ‌कि उसने किसी गलत इरादे से ऐसा नहीं किया था।

वहीं दूसरी ओर पुलिस अभी किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है और मामले की पूरी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मां की मानें तो उसने बच्चे को निकालने की पूरी कोशिश की थी लेकिन नाकामयाब रही। अपनी चुप्पी पर मां का कहना था कि वो एक कुंवारी मां है और बच्‍चे का परवरिश कर पाना उसके बस के बाहर है। इसलिए उसने खामोश रहना सही समझा।

बच्चे के वालिद का अब भी पता नहीं चल सका है। रही बात मां की तो उसकी सजा का फैसला जांच पूरी हो जाने के बाद ही किया जाएगा।

हफ्ते के दिन चीन के झेजियांग प्रांत में चार इंच मोटी सीवेज पाइप से एक बच्चे को निकाला गया था। हालांकि अब बच्‍चे की हालत मुस्तहकम है और वो हर दिन 30 मिली. दूध भी पी रहा है। हालांकि डॉक्टरों को शक है कि उसके सिर में चोटें आई हैं। बच्चा अब भी अस्पताल में ही है।

——–बशुक्रिया: अमर उजाला