बच्चों की मौत से गुस्साये लोगों ने स्कूल डाइरेक्टर को मार डाला

इतवार को नीरपुर डीपीएस स्कूल के हॉस्टल में रहने वाले दो बच्चों की हुई मौत के बाद आसपास के छह-सात गांवों के लोग इतना भड़क गए कि स्कूल डाइरेक्टर को जान से ही मार डाला। इसके बाद पूरे स्कूल में आग लगा दी। दो स्कूली गाड़ी भी जला डाले।

थाना सदर सुनील कुमार निर्झर ने बताया कि राजगीर थाना इलाक़े के लहुआर गांव के श्याम किशोर सिंह का बेटा सागर राज (एलकेजी, छह साल) व नालंदा थाना इलाके के पचवाड़ा गांव के रहने वाले मनोहर प्रसाद सिंह का बेटा रवि कुमार (चौथी क्लास,11 साल) डीपीएस (देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा) स्कूल में रहकर पढ़ता था।
इतवार की सुबह उन दोनों के लाश स्कूल के पास की खाई से मिले। मैयत सागर राज के भाई अमृत राज भी उसी स्कूल में रहकर पढ़ता है। उसने बताया कि अहले सुबह स्कूल में रहने वाले सभी छह तालिबे इल्म बाइतुल खुला के लिए बाहर गये थे। इसी दौरान दोनों बच्चे गहरी खाई में लुढ़क गये और उनकी मौत हो गयी।
दोनों बच्चों के कपड़े स्कूल के 50 गज जुनूब वाकेय बोरिंग पर से मिले, जबकि उनके लाश स्कूल के शुमाली सौ-डेढ़ सौ गज की दूरी पर खाई से मिले। रवि की आंखें फोड़ी हुई थीं। यह खबर फैलते देर न लगी। आसपास के छह-सात गांवों के हजारों लोग वहां इकट्ठा हो गये।

निर्झर ने बताया कि मुक़ामी लोगों का इल्ज़ाम था कि स्कूल मुलाज़िम की तरफ से कत्ल हत्या करने के बाद लाश खाई में फेंके गये। इसके बाद वाकिया से गुस्साये लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। दो गाड़ी भी फूंक डाले। हरनौत के मोहनखंधा गांव के रहने वाले डाइरेक्टर देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा को अपने कब्जे में लेकर गाँव वाले ने जमकर धुनाई कर दी। बायीं आंख भी फोड़ डाली। पुलिस देखती रही । पिटाई से बीच सड़क पर डाइरेक्टर कराहता रहा। करीब सात घंटे बाद उन्हें पुलिस की मदद से बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।