बच्चों को मयारी तालीम फ़राहम करना हुकूमत का अहम मक़सद

रियासत के तमाम बच्चे आली सतह की मयारी तालीम हासिल करना ही रियासती हुकूमत का अहम क़सद है। दूसरों के तईंरद अमल ज़ाहिर करने का रोहजान रखने वाले ज़िम्मेदार शहरी की हैसियत से तलबा-ए-को प्रवान चढ़ाना चाहीए।

राघवल्लू मौज़फ़ प्रोफेसर एससी ई आर टी ने नारायणपेट के आदर्शा स्कूल में सरकारी असातिज़ा के लिए इख़तेतामी मीटिंग से मुख़ातब होते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।

उन्होंने कहा कि मुदर्रिस को चाहीए कि वो रद्द-ए-अमल इमदाद-ए-बाहमी इंसानी-ओ-अख़लाक़ी इक़दार को फ़रोग़ दे। राघवल्लू मौज़फ़ प्रोफेसर SCERT ने कहा कि माहिरीन तालीम का ये कहना हैके इंसान की मख़फ़ी सलाहीयतों को उजागर करना ही तालीम का नसब उल-ऐन है तमाम अफ़राद में सलाहीयतें इस क़दर में पाती हैं इन सलाहीयतों की शनाख़्त करते हुए इन्हें उजागर और फ़रोग़ देने में तालीम को मुआविन साबित होने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।

नई निसाबी कुतुब की तदवीन बच्चों में इस्तिदादों में इज़ाफे के मद्द-ए-नज़र की गई है और बच्चों के लिए फ़ायदेमंद है। इस मीटिंग में असातिज़ा रूफ हुसामुद्दीन , अबदुलवाहिद हज़ारी, वेंकट राम रेड्डी सदर मुदर्रिस जय तीर्था मंडल एजूकेशन ऑफीसर ने भी शिरकत की।