बजट में औसत तबक़े के लिए टैक्स रियायतें

नई दिल्ली

ख़िदमात टैक्स में इज़ाफे का अंदेशा

जारीया साल का बजट इजलास ज़्यादा तर औसत तबक़े पर मर्कज़ होगा जो एन डी ए के लोक सभा इंतेख़ाबी एजंडे के मुताबिक़ होगा। अरूण जेटली इमकान है कि आइन्दा बजट में औसत तबक़े के लिए टैक्स रियायतें पेश करें। ताहम उन अंदेशों में इज़ाफ़ा होता जा रहा है कि हुकूमत मालिया में इन रियायतों से पैदा होने वाली कमी की पा बजाई के लिए ख़िदमात टैक्स में इज़ाफ़ा करेगी।

ज़राए के बमूजब ख़िदमात टैक्स बजट में 14 फ़ीसद कर दिया जाएगा। इस का मतलब ये होगा कि होटलों में खाना ज़्यादा महंगा होजाएगा और बाज़ दीगर ख़िदमात बिशमोल वुकला से मुशावरत, जम की रुकनीयत और कलब की रुकनीयत महंगी होजाएगी। इज़ाफ़ा इमकान है कि हुकूमत के इस मंसूबे के मुताबिक़ होगा जिस में वो एक क़दम पेशरफ़त करते हुए अशीया और ख़िदमात टैक्स एक‌ अप्रैल 2016 से नाफ़िज़ करना चाहती है। प्रतीक जैन पार्टनर (टैक्स) के पी एमजी ने कहा कि ख़िदमात टैक्स में जी एसटी नाफ़िज़ करने के नतीजे में ज़्यादा होजाएगा। फ़िलहाल ख़िदमात टैक्स 12 फ़ीसद है लेकिन इस में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा।