रांची : कांग्रेस के कौमी तर्जुमान और जमशेदपुर के साबिक एमपी डॉ. अजय ने कहा है कि बजट में सच्चाई छिपाने की कोशिश की गई है। इसे किसानों का बजट कहा जा रहा है लेकिन किसानों के लिए क्या करना है? पालिसी वाजेह नहीं है। फ़ूड सिक्यूरिटी कानून पर सरकार ने कुछ नहीं कहा है। अच्छी बात है कि नए मुलाज़िमीन के तीन साल तक पीएफ की 8.33 फिसद की कटौती की सरकार भरपाई करेगी लेकिन पुराने मुलाज़िमीन पर कोई तवज्जो नहीं दिया गया है।
पीएफ के पैसों को निकालने पर टैक्स लगने को डॉ. अजय ने महापाप बताया। डॉ. अजय के मुताबिक ज़्यादातर लोग पीएफ का पैसा बीमारी या फिर बेटी की शादी में निकालते हैं। उसमें भी टैक्स लगाना महापाप जैसा है। गांवों में सौ फिसद बिजली की बात बजट में कही गई है, जबकि कांग्रेस सरकार नब्बे फिसद तक बिजली कर चुकी है। उन्होंने कहा कि फाइनेंस वजीर बार-बार अपनी नाकामयाबी का ठिकरा पुरानी सरकार पर फोड़ते हैं जो गलत है। बजट में सच्चाई छिपाने की कोशिश की गई है।