बजरंग दल की गुंडागर्दी: मुसलमानो की दुकान जलाई , दिल नहीं भरा तो पुलिस स्टेशन भी फूक डाला

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झारखण्ड: आये दिन झारखण्ड मे कुछ न कुछ नया मामला सामने आ रहा है अभी इसी शुक्रवार दो मुसलमान जिनमें एक 12 साल का लड़का भी शामिल था, को पेड़ से लटकाकर मार दिया गया मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था की बजरंग दल के उग्र कार्यकर्ताओं ने बोकारो के बेरमो पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो हिंसक हो चुके कार्यकर्ताओं ने वहां मौजूद पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। अभी तक पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

पुलिस के मुताबिक 16 मार्च को एक मुस्लिम लड़के ने फेसबुक पर हिंदू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस उसे पकड़ लाई थी। बावजूद इसके बजरंग दल के कार्यकर्ता नहीं माने। वो चाहते थे कि मुस्लिम लड़के को पुलिस के कब्ज़े से निकालकर सबक सिखाया जाए। पुलिस ने जब इसका विरोध किया तो बजरंग दल उसी पर हमलावर हो गया।

पुलिस ने बताया कि बजरंग दल समेत स्थानीय अतिवादी हिंदू संगठनों ने पुलिस स्टेशन के अलावा मुसलमानों की दुकानों को भी निशाना बनाया। मुसलमानों की करीब आधा दर्जन दुकानें फूंक दी गईं। द इंडियन एक्प्रेस के मुताबिक पुलिस ने कम से कम 50 मुलज़िमों के ख़िलाफ़ दंगा, आगजनी, हिंसा और आपराधिक साजिश रचने के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें मुसलमान भी शामिल हैं।

एफआईआर में बजरंग दल के कार्यकर्ता रुद्र सिंह, हिंदू जागरण मंच के स्थानीय नेता रामू बिगर और वीएचपी नेता पकंज पांडे को मुलज़िम बनाया है। फिलहाल तीनों आरोपी फरार चल रहे हैं। वहीं रुद्र के पिता राकेश सिंह ने दावा किया है कि उनके बेटे को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रशासन से कहा है कि अगर घटना के वक्त मेरा बेटा वहां मौजूद था, तो उसे फांसी पर लटका दिया जाए। सच्चाई ये है कि मेरा बेटा उस वक्त राजस्थान में था।’ उन्होंने ये भी कहा कि जिसने भी उनके बेटे को फंसाया है, उसे सजा दी जानी चाहिए। वहीं बोकारो पुलिस का कहना है कि हमने वीडियो क्लिप देखने के बाद ही मुलज़िमों का नाम एफआईआर में शामिल किया है। झारखंड में जबसे बीजेपी की सरकार आई तब से वहां साम्प्रदायिक घटनाओं से तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

साभार:muslimissues