बड़कागांव गोलीकांड : इलाक़े में तनाव का माहौल, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव गिरफ्तार

बड़कागांव: झारखंड में बड़कागांव के पूर्व विधायक सह मंत्री योगेंद्र साव को पुलिस ने हजारीबाग के हुरहुरू स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया है़ वह चीरूडीह-डाढीकला में पुलिस व विस्थापितों के बीच हुए हिंसक झड़प मामले (228-16) में नामजद आरोपी हैं. मंगलवार सुबह श्री साव को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें मुफस्सिल थाना ले आयी और करीब नौ घंटे तक रखा. शाम को उन्हें सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद जेल भेज दिया गया. इस मौके पर योगेंद्र साव ने कहा कि झारखंड सरकार व पुलिस-प्रशासन उन्हें फंसा रहा है. उन्हें न्यायालय पर भरोसा है. इधर, बड़कागांव क्षेत्र में मंगलवार को भी तनाव का माहौल रहा.

रैयतों से नहीं मिलने दिया : मंगलवार सुबह विपक्षी दलों के नेता रैयतों और पीड़ितों से मिलने बड़कागांव पहुंचे. उन्हें 144 का हवाला देकर जाने नहीं दिया गया. इसमें पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, हेमंत सोरेन, प्रदीप बलमुचु, बंधु तिर्की, धीरज साहू, जयप्रकाश भाई पटेल, भुवनेश्वर मेहता, राजद प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा, पूर्व विधायक जनार्दन पासवान, भाकपा माले नेता शुभेंदु सेन और सीपीएम के राज्य सचिव गोपीकांत बख्शी मौजूद थे़

झारखंड सरकार व पुलिस-प्रशासन मुझे फंसा रहा है. मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है. पुलिस निर्दोष पर गोली व लाठी बरसा रही है. मैं कई दिनों से बीमार हूं. मेरा इलाज मेडिका, रांची में चल रहा है. घटना के दिन मैं घर में था. बड़कागांव में शांतिपूर्वक कफन सत्याग्रह चल रहा था. एक अक्तूबर की देर रात मेरी पत्नी निर्मला देवी समेत सभी आंदोलनकारी सो रहे थे. इसी बीच पुलिस वहां पहुंची और विधायक को जबरन खींच कर वाहन में बैठाया जाने लगा. विधायक व उनके समर्थकों ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस ने एक भी नहीं सुनी और घसीट कर विधायक को वाहन में बैठाया गया.