गुजरात में बैंक ऑफ बड़ोदा की अंबाजी रोड स्थित ब्रांच ने नोटिस जारी कर चेहरा ढंकने वाली हर चीज जैसे बुर्का, हेलमेट और चश्मे पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा ही नोटिस देना बैंक ने भी लगाया है। इन नोटिस की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर शेयर की जा रही हैं। माना जा रहा है कि अल्पसंख्यक समुदाय को बेशक बुरा लग सकता है लेकिन ये सब सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।
अंबाजी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ोदा के मैनेजर नवीन गोखिया का कहना है, “समुदाय की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं है। हमने नोटिस जारी किए हैं। इन्हें कुछ हफ्ते पहले लगाया गया था लेकिन आपत्तियां अब सामने आ रही हैं।” उन्होंने आगे कहा कि बुर्का शब्द को लेकर समस्या थी, लेकिन बाद में उसे स्कार्फ में बदल दिया गया।
Gujarat banks pull down notices banning burqas https://t.co/JEulvWZ8CR A branch of Bank of Baroda in Surat on Saturday removed the notice barring the entry of people wearing 'burqa, helmets and sunglasses'. Notices put up by Bank of Baroda and Dena Bank on New Civil Hospital ca…
— news update (@foodpot92_news) May 5, 2019
अंबाजी रोड स्थित ब्रांच में लगे नोटिस पर लिखा है, “कृपया अपना हेलमेट और बुर्का हटाएं। हेलमेट और बुर्के में एंट्री नहीं मिलेगी।” देना बैंक में लगे नोटिस पर लिखा है, “पुलिस कमीश्वर के आदेश के अनुसार, कोई भी बैंक या फिर एटीएम में बुर्का, हेलमेट और बड़े आकार के चश्मे पहनकर नहीं आ सकता।”
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, इस मामले पर मुस्लिम समुदाय के नेता और वकील बाबु पठान का कहना है, “मैं हमारे धर्म के साथ जुड़ी किसी भी पोशाक पर प्रतिबंध की निंदा करता हूं। बैंक प्रबंधन को ये भी कहना चाहिए कि चेहरा सुरक्षा के कारणों से ढका नहीं जाना चाहिए। वे बुर्का पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते जो किसी महिला को सिर से लेकर पैर तक ढकते हैं।”
जब इस मामले पर सूरत पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा से पूछा गया कि बैंकों को पुलिस ने निर्देश दिए हैं, तो उन्होंने कहा, “पुलिस ने इस आशय से कोई निर्देश जारी नहीं किया है।” वहीं सूरत के जिला कलेक्टर धवल पटेल का कहना है, “हमें इस मुद्दे पर अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।”