रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में एनडीए सरकार को हराने के लिए सोनिया गांधी और पी चिदंबरम ने महागठबंधन पर जोर दिया। हालांकि इस बैठक में राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाने पर जोर दिया गया। इसके बाद आज एचडी देवगौड़ा और एनसीपी ने साफ कर दिया है कि वह राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार मानने को तैयार हो गई है।
देवगौड़ा ने कहा है कि कुमारस्वामी ने पहले हर साफ कर दिया है कि वह राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार मान रहे हैं, ऐसे में इसपर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
इसके साथ ही एनसीपी ने भी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन किया है, लेकिन एनसीपी ने इसमें एक नया पेंच फंसा दिया है। एनसीपी का कहना है कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में आती है तो एनसीपी को राहुल गांधी के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है।
हालांकि अभी महागठबंधन में कई अन्य क्षेत्रिय पार्टियों का जुड़ना बाकी है। ऐसे में यह कहना मुश्किल होगा की अन्य पार्टियों का क्या रुख रहता है। क्योंकि टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमों मायावती चुनावी नतीजें आने के बाद ही पीएम उम्मीदवार के नाम पर बात करने की बात कह चुके हैं।
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वाकई में कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार का चेहरा बनाकर महागठबंधन बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा सकता है।