बड़े ज़ंग की ओर रुस और यूक्रेन, दुनिया की चिंता बढ़ी!

रूस व यूक्रेन के बीच तनाव इस तरह बढ़ गया है कि दोनों देशों ने युद्ध की तैयारियां शुरू कर दी हैं। रूस द्वारा यूक्रेन के तीन जहाज जब्त करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। जहां रूस ने यूक्रेन को दहशत में डालने के लिए युद्ध का अभ्यास किया है, वहीं यूक्रेन ने अपनी अपनी रिजर्व सेना के 1500 से ज्यादा जवानों को युद्धाभ्यास के लिए बुला लिया है।

दोनों देशों के बीच जंग की बढ़ती आशंकाओं को देखते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने कहा कि यूक्रेन रूस की किसी भी साजिश को नाकाम नहीं होने देगा। पोरोशेंको ने आरोप लगाया कि रूस यूक्रेन को अस्थिर करना चाहता है।

यूक्रेन और रूस के बीच तनाव गहरा हो गया है। यूरोपीय देशों और अमरीका के भारी विरोध के बाद भी रूस ने अभी तक यूक्रेन के नौसिनकों को रिहा करने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। उधर जर्मनी व सहयोगी देशों ने भी काला सागर में अपनी नौसैनिक मौजूदगी बढ़ाने की बात कही है।

यूक्रेन का मानना है कि रूस 2014 जैसी नरसंहार की घटना दोहराना चाहता है। हालांकि रूस ने अजोव सागर में यूक्रेन के जहाजों के आवागमन पर लगी रोक हटा ली है लेकिन अब भी उसने ऐसा कुछ नहीं किया है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि वह इस इलाके में शांति स्थापित करने के लिए गंभीर है।

रूस इस ओर कतई नरमी नहीं दिखा रहा है। रूस ने एक ओर जहां क्रीमिया के साथ लगते यूक्रेन के नौसैनिक बेस नष्ट करने का अभ्यास किया वहीं दूसरी ओर उसने क्रीमिया में सुपरसोनिक लड़ाकू विमान भी तैनात कर दिए हैं।

अजब सागर और क्रीमिया के आसपास के इलाके में युद्ध जैसी स्थितियां बनी हुई हैं। युद्ध की तैयारी में यूक्रेन ने नाटो से भी मदद मांगी है। हालांकि यूक्रेन की सेना रूस से काफी कमजोर है लेकिन अगर नाटो ने उसका समर्थन किया तो रूस के लिए बड़ी मुश्किल पैदा हो सकती है। बता दें कि रूस की सेना में 10 लाख से ज्यादा सैनिक हैं जबकि यूक्रेन के पास 2.5 लाख सैनिक हैं।

यही नहीं रूस के पास 25 लाख रिजर्व सैनिक भी हैं। दोनों देशों के बीच लड़ाई के मुद्दे पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन में जब तक पोरोशेंको की सरकार सत्ता में रहेगी तब तक शांति सम्भव नहीं होगी। बता दें कि रूस द्वारा यूक्रेन के तीन जहाज जब्त करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया है। यूक्रेन ने रूस से सटे क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगा दिया है।

साभार- ‘पत्रिका’