बढ़े हुए वेतनमान का भुगतान न करने पर, टाटा मोटर्स के 4,000 वर्कर्स हड़ताल पर

जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के जमशेदपुर स्थित प्लांट में 4,000 अस्थायी कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। बढ़े हुए वेतनमान का भुगतान न करने पर टाटा मोटर्स की मुश्किले बढ़ गई हैं। कंपनी के जमशेदपुर स्थित प्लांट में 4,000 अस्थायी कर्मचारियों ने हड़ताल कर ली है। हड़ताली कर्मचारियों की यूनियन का कहना है कि इससे प्लांट में काम रुक गया है। हालांकि कंपनी का कहना है कि इससे उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा है।

वहीं टाटा मोटर्स का कहना है कि कंपनी को इस हड़ताल से कोई फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन कर्मचारियों के काम न करने से प्लांट में काम रुक गया है। इन 4 हजार कर्मचारियों में 600 महिलाएं भी शामिल हैं।

ये एंप्लॉयी प्लांट के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे और नए तीन वर्षीय वेतन समझौते के अनुसार वेतन दिए जाने की मांग की। बता दें कि नए तीन वर्षीय वेतन समझौते पर पिछले माह ही स्थायी कर्मचारी यूनियन के साथ हस्ताक्षर किए गए, लेकिन बढ़े हुए वेतनमान देने का वादा ही किया था, वह दिया नहीं गया। इसके चलते अस्थायी कर्मचारियों को काम रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

टाटा मोटर्स की ओर से बुधवार देर रात जारी किए गए बयान में कहा गया, ‘उत्पादन जारी है। अस्थायी कर्मचारियों का एक वर्ग कुछ लोगों के उकसावे पर प्रदर्शन कर रहा है। ये लोग वेतन में इजाफे पर अतिरिक्त तौर पर स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं।’ टाटा मोटर्स के जमशेदपुर स्थित प्लांट में हर महीने 9,000 से ज्यादा कमर्शल वीकल्स का उत्पादन होता है। तीन शिफ्टों में काम करने वाले इस प्लांट में प्रतिदिन लगभग 300 कारें तैयार होती हैं।