बत्ती गुल 12 घंटे बाद रांची आम, एक करोड़ लोग रहे परेशान

रांची 2 जून : नामकुम के सरवल जंगल में जुमा सुबह आठ बजे हटिया-नामकुम 220 केवी लाइन का तार टूट गया। इससे हेवी जर्क (तेज झटका) आया। इस वजह पीटीपीएस से बिजली ठप हो गया। इसका असर ललपनिया वाक़ेय तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन पर भी पड़ा। यहां भी बिजली पैदावार ठप हो गया।

इससे अचानक पूरे रियासत में 550 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी। रांची समेत रियासत के आठ अज़ला में बिजली पूरी तरह बंद हो गयी। नौ अज़ला में जबरदस्त लोड शेडिंग हुई। सिर्फ डीवीसी के कमांड एरिया (छह जिलों) में बिजली की फराहमी आम रही। रात तकरीबन आठ बजे लाइन जोड़ दी गयी। इसके बाद रांची में बिजली की सप्लाई बहाल की गयी। ताहम दीगर सात अज़ला में रात भर ब्लैक आउट रहा। देर रात तक पीटीपीएस और तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन से बिजली पैदावार शुरू नहीं हो सका था।

6 करोड़ का नुकसान महकमा को

220 केवी लाइन के तार टूट जाने से जेएसइबी को तकरीबन छह करोड़ के नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। तेनुघाट को भी तकरीबन 80 लाख रुपये के नुकसान का अंदाजा है।

400 करोड़ का कारोबार मुतासिर

बिजली ठप होने से रांची समेत दीगर अज़ला की सनअति यूनिटों पर बुरा असर पड़ा। जेनेरेटर चलाने के लिए करीब 80 लाख रुपये के डीजल जलाये गये। रांची में 400 करोड़ रुपये का कारोबार मुतासिर हुआ।

क्या-क्या असर

– पानी की फराहमी दिन भर ठप रही
– सदर अस्पताल में परेशान रहे मरीज
– रिम्स को पांच घंटे तक नहीं हुई सप्लाई
– आठ हजार मुकमील सनअति में पैदावार मुतासिर

सकते में महकमा के लोग

220 केवी का तार टूट जाने के बाद बिजली विभाग के लोग परेशान हो गये। आनन-फानन में पेट्रोलिंग शुरू की गयी। तकरीबन दो घंटे बाद जेएसइबी के इंजीनियरों को गड़बड़ी का पता चला। इसके बाद दिन के तकरीबन 11.30 बजे मरम्मत के काम शुरू किया गया।

बारिश से मरम्मत में हुई देरी

इंजीनियर अहम जीएनएस मुंडा और जीएम संचरण यूएस राय ने बताया : मिडिल कंडक्टर के टूटने से लोअर कंडक्टर में भी नुकसान आयी है। तार के टूटने की वजह दो जगहों पर ज्वाइंट करना पड़ा। मरम्मत का काम आखरी मरहले में चल ही रहा था कि दिन के करीब 3.50 बजे बारिश शुरू हो गयी। इससे काम करने वालों को टावर से नीचे उतरना पड़ा। बारिश की वजह से करीब पांच बजे तक मरम्मत का काम रुकावट रहा। बारिश बंद होने पर दुबारा काम शुरू किया गया।