एस जय पाल रेड्डी की वज़ारत पैट्रोलीयम से ट्रांसफर और सलमान खुर्शीद की तरक़्क़ी पर एक सयासी तूफ़ान उठ खड़ा हुआ जबकि सयासी पार्टियों ने शुबा ज़ाहिर किया कि हुकूमत कॉरपोरेट के दबाव मे आगई है और उसे लोगो को तरक़्क़ी दे रही है जो बदउनवानी के इल्ज़ामात का सामना कर रहे हैं ।
कल काबीना में फेरबदल पर सख़्त तबसरे करते हुए हुकूमत को बाहर से ताईद फ़राहम करनेवाली समाजवादी पार्टी ने सलमान ख़ूर्शीद को वज़ीर ख़ारिजा मुक़र्रर करने और कोयला अस्क़ाम में मुलव्विस एक मर्कज़ी वज़ीर को बरक़रार रखने पर सख़्त तन्क़ीद की । सलमान ख़ूर्शीद को एक तरह से तरक़्क़ी दी गई है और उन्हें वज़ीर ख़ारिजा बना दिया गया है ।
अगर किसी वज़ीर पर धोका दही के इल्ज़ामात आइद किए गए हो तो उसे अलग कर देना चाहीए । एक मर्कज़ी वज़ीर जिसे अलहदा किया जाना चाहीए था और जो रास्त तौर पर कोयला अस्क़ाम में मुलव्विस है अब भी काबीना में बरक़रार है । समाजवादी पार्टी के सिनियर क़ाइद राम गोपाल यादव ने कहा कि अच्छे लोगों को तरक़्क़ी दी जानी चाहीए थी ।
सलमान ख़ूर्शीद ने किसी भी ग़लती के इर्तिकाब की तरदीद करते हुए कहा कि वो इस मसले पर कोई तबसरा करना नहीं चाहते । उन के और उन की बीवी के ज़ेर इंतिज़ाम गैर सरकारी तंज़ीम का मुआमला अदालत में है । इस लिए इन का तबसरा मुनासिब नहीं होगा । रेड्डी की आली सतही वज़ारत से अलहदगी पर हुकूमत से जवाबतलब करते हुए बी जे पी के क़ाइद एम वैंकया नायडू ने कहा कि वो एक सिनियर क़ाइद हैं और एक तजरबाकार रुकन पार्ल्यमंट समझे जाते हैं ।
उन्हों ने कहा कि एक शख़्स को अचानक अलग कर दिया जाता है और गैर अहम क़लमदान साईंस और टेक्नॉलोजी की वज़ारत सपुर्द की जाती है । अवाम और बराए इबलाग़ कह रहे हैं कि एसा सनअती ग्रुपस के दबाव के तहत किया गया है । वैंकय्या नायडू ने कहा कि हुकूमत को इस के बारे में जवाब देना चाहीए क्योंकि ये एक अहम मसला है ।
आख़िर उन की अलहदगी के पीछे क्या वजह थी कल काबीना की रद्दोबदल में वज़ीर आज़म मनमोहन सिंह ने जय पाल रेड्डी को वज़ारत पैट्रोलीयम से वज़ारत साईंस-ओ-टैक्नालोजी पर मुंतक़िल कर दिया है । उन की अलहिदगी इन फैसलों की बिना पर है । जो बाअज़ बड़े कॉरपोरेट घरानों के मुफ़ाद में नहीं थीं ।
इस जय पाल रेड्डी के बारे में ज़राए इबलाग़ के तबसरों पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए समाजी कारकुन केजरिवाल ने कहा कहियो पी हुकूमत बद उनवान अफ़राद को तरक़्क़ी के रही है और दयानतदारों को अलहदा कर रही है । उन्हों ने सवाल किया कि जय पाल रेड्डी का क़लमदान क्यों छीन लिया गया क्योंकि उन्हों ने रिलाइंस की मुख़ालिफ़त की थी ।
अल पी जी और बर्क़ी तवानाई की कीमतों में यक़ीनन इज़ाफ़ा होने वाला है । उन्हों ने कहा कि जय पाल रेड्डी दियानतदारी केलिए शौहरत रखते हैं । लेकिन उन्हें निकाल दिया गया जबकि सलमान ख़ूर्शीद जिन पर फंड्स के ख़िरद बुरद करने का इल्ज़ाम आइद है , तरक़्क़ी हासिल करचुके हैं । एसा मालूम होता है कि हुकूमत ये पैग़ाम देना चाहती है कि जो जितना ज़्यादा बदउनवानीयाँ करेगा उसे इतनी ज़्यादा तरक़्कीयां मिलेंगें अगर दियानतदारी से काम करेगा तो इस को सज़ा दी जाएगी । उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि यही यू पी ए है ।