बेंगलूर-गुवाहाटी एक्सप्रेस से जुमेरात को विजयवाड़ा जा रही सॉफ्टवेयर इंजीनियर स्वाति को यह मालूम नहीं था कि वह आखिरी सफर कर रही हैं। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर दोहरे बम धमाके की शिकार हुई स्वाति की दो महीने बाद शादी होने वाली थी।
चार महीने पहले ही बेंगलूर वाके दिग्गज आइटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में उनकी नौकरी लगी थी। वह आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की रहने वाली थीं। किसी दूसरे ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिलने की वजह से स्वाति ने इस ट्रेन में अपना रिजर्वेशन कराया था। स्वाति अपने दोस्त के साथ घर जा रही थीं।
स्वाति को एस-5 कोच में 9 नंबर सीट अलॉट की गई थी। इसी कोच में उसकी रूममेट रंजीता भी सफर कर रही थी। उसे 23 नंबर सीट अलॉट की गई थी। अपनी रूममेट के साथ बैठने के लिए स्वाति ने एक पैसेंजर से सीट की अदला-बदली की। इसके बाद वह 24 नंबर सीट पर बैठ गई थी। स्वाति की बदकिस्मती देखिए कि उसी सीट के नीचे धमाका खेज मवाद रखा था।
स्वाति के मामा के मुताबिक स्वाति, रंजीता के साथ काम करती थी। दोनों अच्छी सहेलियां थीं और रूम शेयर करके रहती थीं। दोनों बेंगलुरु शिफ्ट होने के बाद घर नहीं आई थीं, इसीलिए दोनों ने साथ घर जाने की प्लानिंग की थी।
स्वाति की मौत की खबर मिलते ही घर वाले बेहाल हो गए। उनकी दादी राजलक्ष्मी ने कांपते हुए लफ्ज़ो में कहा, “वह आज घर आने वाली थी, अब सिर्फ उसकी लाश आएगी। दो महीने बाद उसकी शादी होने वाली थी।”
टीसीएस ने एक बयान जारी कर कहा है, “दर्दनाक वाकिया में अपनी साथी की मौत की खबर से हम सकते में हैं। इस अफसोशनाक लम्हे में हम उनके खानदान वालो के साथ हैं।”
दोहरे धमाके के ऐनी शाहिदीन खड़गपुर के साकिन अर्घदीप बनर्जी के मुताबिक धमाके के बाद प्लेटफॉर्म पर लोगों की मदद के लिए कोई पुलिस अहलकार मौजूद नहीं था। क्राइस्ट युनिवर्सिटी के स्टूडेंट अर्घदीप भी इसी ट्रेन से सफर कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मैं एस-5 कोच में था।
मैंने तेज धमाके की आवाज सुनी, इसके बाद लोग अपना सामान छोड़कर धक्का-मुक्की करते हुए इधर-उधर भागने लगे।”
गुवाहाटी जा रहे मिजोरम के साकिन फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट अल्बर्ट एस-3 कोच में सफर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धमाके के वक्त वह टॉयलेट जा रहे थे। अचानक लोग भागने लगे। एस-3 में सफर कर रहे एक दूसरे मुसाफिर ने बताया कि धमाके के बाद बाहर आने पर उन्होंने चार ज़ख्मी हुए मुसाफिरों को दर्द से कराहते देखा।
अंदेशा जताया जा रहा है कि बेंगलूर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में फटे बम आंध्र प्रदेश ले जाए जा रहे थे। वज़ारत ए दाखिला के एक आफीसर ने कहा कि “सीमांध्र के अलावा पूरे जुनूबी हिंदुस्तान में वोटिंग हो चुकी है। बेंगलूर-गुवाहाटी एक्सप्रेस इसी इलाके से होकर गुजरती है। हम सही तौर पर कुछ नहीं कह सकते, लेकिन ऐसा अंदेशा है…।” बताया जा रहा है कि ट्रेन दो घंटे लेट थी। धमाके अगर टाइमर के जरिये किए गए तो ट्रेन के वक्त से चलने पर धमाका जुनूबी आंध्र में होते।