बदरुद्दीन तय्यब जी, एक मुसलमान था मुंबई का पहला हिन्दुस्तानी बैरिस्टर

अस्सलाम ओ आलेकुम,
सिआसत हिंदी में आज हम आपको एक ऐसे मुसलमान के बारे में बताएँगे जिसका नाम सभी भूल चुके हैं..

आज़ादी की लड़ाई की बागडोर अगर 1857 के बाद किसी पार्टी ने संभाली है तो हम कांग्रेस का नाम सबसे ऊपर रख सकते हैं. 1885 में बनी इस संस्था ने जो काम आज़ादी के लिए किया वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा है. आज हम इसी पार्टी के तीसरे सदर बदरुद्दीन तय्यब जी के बारे में बात करेंगे. तय्यब जी कांग्रेस के पहले मुस्लिम सदर थे.
तय्यब जी की पैदाइश बम्बई शहर में हुई, 10 अक्टूबर 1844 को पैदा होने वाले बदरुद्दीन अरब ख़ानदान से ताल्लुक़ रखते थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को मज़बूत करने के लिए काम किया और शुरुवाती दौर में कांग्रेस की बात को लोगों तक पहुंचाया.

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उर्दू और फ़ारसी में शानदार पकड़ रखने वाले तय्यब जी ने अंग्रेज़ी पढ़ाई को भी संजीदगी से लिया. वो बम्बई शहर के पहले हिन्दुस्तानी बैरिस्टर थे. अप्रैल 1867 में बैरिस्टर बनने वाले बदरुद्दीन तय्यब जी ने 1895 में जज बनना स्वीकार कर लिया.
बदरुद्दीन बॉम्बे के पहले हिन्दुस्तानी चीफ जस्टिस थे. उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई के लिए भी काम किया.