बदलते घटनाक्रम से सपा में आ सकती है बिखराव की नौबत

लखनऊ। सपा के भीतर भारी उबाल है। पार्टी से जल्द ही कोई चौकाने वाली खबर आ सकती है। शिवपाल यादव आज कल में इस्तीफा दे सकते हैं। बकरीद के पहले दिन और उससे एक दिन पहले जिस तेज़ी से घटनाक्रम बदला है उससे सपा में टूट फूट की भी नौबत आ सकती है।
बकरीद के पहले दिन यानि मंगलवार की सुबह जब माहौल में गहमा गहमी थी। शिवपाल यादव के करीबी माने जाने वाले दीपक सिंघल को अचानक यूपी के मुख्य सचिव पद से हटाकर उनकी जगह राहुल भटनागर को नियुक्त कर दिया गया। शाम होते होते घटनाक्रम बदल गया। पहले अखिलेश यादव सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये गए और उनकी जगह वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव को यह जिम्मेदारी सौंप गई। फिर अखिलेश ने अपना रंग दिखाते हुए शिवपाल से सिंचाई, पीडब्लूडी और राजस्व मंत्रालय ले लिया। एक दिन पहले करप्शन में फंसे दो मंत्रियों को अखिलेश ने अपने मंत्रिमंडल से निकाल बाहर किया था। दोनों मंत्री शिवपाल के करीबी बताए जाते हैं। मुख्यमंत्री के इस फैसले से मुलायम और शिवपाल खासे नाराज हैं। बताते हैं कि दोनों को बिना विश्वाश में लिए मुख्य सचिव को बदला गया। अध्यक्ष पद से हटाने के बाद सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने शिवपाल सिंह यादव को पत्र लिखा है कि पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आपको उत्तर प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है। आशा की जाती है , आपकी कड़ी मेहनत से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। पत्र की प्रति अखिलेश यादव को भी भेजी गई है। कहते हैं, इस बात से अखिलेश यादव बहुत नाराज हैं। बदले की कार्रवाई करते हुए ही उन्होंने छोटे चाचा से तीनों महत्वपूर्ण मंत्रालय ले लिए। मगर झटका देने की बारी अब चाचा की है। वह आज कल में इस्तीफा दे सकते हैं। इससे पहले भी कई मौके पर अखिलेश और शिवपाल के मतभेद देखे गए हैं। आलोक रंजन का कार्यकाल समाप्त होने पर मुख्य सचिव के पद पर अपनी पसंद के अधिकारी की नियुक्ति और कौमी एकता दल के सपा में विलय का मुद्दा उनमें एक है। मगर इस बार पार्टी में टूट फूट की नोबत आ गई है।

यूपी से मलिक असग़र हाशमी