चूंकि सऊदी महिलाएं ऐतिहासिक कानूनी परिवर्तन में ड्राइविंग सीट पर बैठी और सऊदी महिलाओं ने सऊदी की सड़कों गाड़ी दौड़ाना शुरू किया। सऊदी में हाल ही के महीनों में कई बड़े परिवर्तन देखने को मिले बावजूद इसके सऊदी अभी भी बहुत पीछे है।
मंगलवार को जारी वैश्विक विशेषज्ञों के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि सऊदी महिलाओं के लिए दुनिया के पांचवें सबसे खतरनाक देश में शामिल है।
थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के मुद्दों पर लगभग 550 विशेषज्ञों के थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन के सर्वेक्षण ने भारत, अफगानिस्तान, सीरिया और सोमालिया के बाद पांच सबसे खतरनाक खतरनाक देशों में सऊदी अरब को स्थान दिया है।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, आर्थिक अवसरों और भेदभाव नीतियों के लिए अफगानिस्तान के बाद रूढ़िवादी सऊदी को महिलाओं के लिए दूसरी सबसे बुरी स्थिति के लिए वर्णित किया है।
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सुधारों के बावजूद सऊदी की स्थिति इतनी बुरी होने पर लोग हैरान है। आलोचकों ने कहा कि मुख्य समस्या सऊदी अरब की अभिभावक नीति थी, जिससे महिलाओं को काम, यात्रा, शादी, और यहां तक कि कुछ चिकित्सा उपचार भी प्राप्त करने वाले पुरुष से अनुमति होनी चाहिए।
अब सऊदी अभिभावक निति यानी पुरुषों की इजाज़त लेने वाली निति को खत्म करने की राह पर है। सऊदी सरकार ने एलान किया है जल्द ही महिलाओं को और अधिकार दिए जाएंगे।