हफ्ते के रोज़ वाराणसी में हुए राहुल गांधी के रोड शो ने जहां शहर की ट्रैफिक और मामूलात ए ज़िंदगी को बेहाल करके रख दिया, वहीं ख़ुद राहुल भी बनारस की कड़ी धूप में बेदम हो गए और उन्हें रोड शो के दरमियान ही डॉक्टर के पास जाना पड़ा |
दरअसल हफ्ते की सुबह से ही मौसम का मिजाज गरम था और जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, हरारत भी बढ़ता गया | इन इंतेखाबात में काँग्रेस की साख बचाने मुल्क भर में घूम रहे राहुल गांधी को काशी की तपन बरदाश्त नहीं हुई और शहर के मदनपुरा पहुंचते-पहुंचते धूप से बेहाल राहुल को एक क्लीनिक में ले जाना पड़ा |
मदनपुरा वाके क्लिनिक में डा. अशफाक उल्लाह उस वक्त अपने केबिन में मरीज देख रहे थे और अपने सामने राहुल गांधी को देख चौंक पड़े और मरीज के बगल में खाली पड़ी कुर्सी पर बैठने की गुजारिश किया |
रोड शो के दौरान हुई परेशानी को देखते हुए डा. अशफाक उल्लाह ने उन्हें रेडी टू ड्रिंक ओआरएस और इलेक्ट्राल पीने को दिया | लेकिन सेक्युरिटी अहलकार ने पीने से रोक दिया |
डा. अशफाक ने सेक्युरिटी अहलकारो को बताया कि इसके इस्तेमाल से काफी राहत मिलेगी | यह प्रोडक्ट सील है | इसकी जांच कर सकते हैं | इस पर सेक्युरिटी अहलकारों ने इलेक्ट्राल पीने की इज़ाज़त दे दी और खुद भी इलेक्ट्राल पिया |
पांच मिनट गुजर जाने के बाद इलेक्ट्राल पीकर ताज़ादम हुए राहुल गांधी क्लीनिक से अजय राय के साथ बाहर निकल गए इस दौरान सड़क पर गुलाम नबी आजाद, प्रमोद तिवारी, राजबब्बर, अदाकारा नगमा गाड़ी में ही खड़े रहे |
इसके पहले राहुल गांधी के रोड शो की वजह से शहर की ट्रैफिक ठप्प रही राहुल के रोड शो में कांग्रेस हामी की अच्छी ख़ासी भीड़ दिखी वो कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के साथ एक खुले ट्रक में लोगों को सलाम कर रहे थे |
कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि राहुल गांधी किसी पार्टी या लीडर से मुकाबला करने नहीं आए हैं, बल्कि उनका मकसद अपनी पार्टी के उम्मीदवार की तश्हीर करनी है |
बनारस मुल्क की सबसे हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल है जहां से बीजेपी की तरफ से पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी मैदान में हैं वहीं आम आदमी पार्टी के कंवेनर अरविंद केजरीवाल भी बनारस से ही इलेक्शन में खड़े हैं | हफ्ते का दिन इंतेखाबी तश्हीर का आखिरी दिन था |
डा. अशफाक उल्लाह ने नामानिगारो को बताया कि राहुल गांधी से मिल कर कितनी खुशी हुई लफ्ज़ो से बयान नहीं कर सकता। इसके पहले गुलाम नबी आजाद और राजेश खन्ना आ चुके हैं। मेरा खानदान किसी पार्टी का ब्लाइंड सपोर्टर नहीं है। अच्छा काम और अच्छी बात कहने वालों के लिए मेरा दरवाजा हमेशा खुला रहता है।