बनिहाल – क़ाज़ीगुंद रूट पर तवील तरीन सुरंग

बनिहाल, 29 दिसंबर: ( पीटीआई ) नारथर्न रेलवेज़ ने आज एक नई तारीख़ रक़म की जहां पीर पंजाल (Pir Panjal) पहाड़ी इलाक़ों में मौजूद तवील तरीन सुरंग से रेल ख़िदमात का आग़ाज़ किया गया और इस तरह वादी कश्मीर को श्रीनगर-जम्मू क़ौमी शाहराह बज़रीया रेल जोड़ा गया ।

मज़कूरा ट्रेन को आज़माईशी तौर पर चलाया गया जो अनंतनाग में क़ाज़ी गुंड स्टेशन से बनिहाल (Banihal) पहुंची। इस मौक़ा पर हज़ारों मुक़ामी अफ़राद वहां मौजूद थे और सब के चेहरों पर शादमानी के आसार नुमायां थे । हिंदूस्तानी रेलवेज़ का अहम कारनामा देखने के लिए हज़ारों अफ़राद ने उस वक़्त तालियां बजाकर ट्रेन का ख़ौरमक़दम किया जब वो अपनी आज़माईशी दौड़ के बाद वहां पहुंची ।

ट्रेन की आज़माईशी दौड़ कल मुनाक़िद होने वाली थी लेकिन कुछ आस पास के मवाज़आत के रहने वालों की जानिब से ज़बरदस्त एहतिजाज किया गया था जिसमें उन्होंने मुतालिबा किया था कि मज़कूरा ट्रेन को मौज़ा हल्लद में एक मिनट का तवक़्क़ो दिया जाये।

जिसके लिए छोटा मोटा स्टेशन पहले से ही मौजूद है और अगर उसे तौसीअ दी गई तो ये सबके लिए सहूलत का बाइस होगा । एहतिजाजियों को एक मुक़ामी सियासतदां की सरपरस्ती हासिल थी और उन्होंने रेलवे पटरियों पर एहतिजाज मुनज़्ज़म किया लेकिन किसी तरह सियोल आफ़िसरान ने उन्हें तयक्कुन दिया कि ट्रेन के तवक़्क़ो पर गौर व ख़ौज़ किया जाएगा ।

फ़िलहाल ट्रेन को गुज़रने दिया जाये । दरीं असना रेलवे बोर्ड के रुकन ए पी मिश्रा ने बताया कि बनिहाल और वादी कश्मीर के दरमियान बाक़ायदा ट्रेन ख़िदमात का आग़ाज़ आइन्दा साल फ़रवरी या मार्च में किया जाएगा जबकि मुल्क गीर पैमाने पर वादी को रेलवेज़ से जोड़ने वाले मुकम्मल प्रोजेक्ट की तकमील 2017 तक होगी ।

गुज़शता चार सालों से बारहमुला क़ाज़ी गुंड श्रीनगर लाईन पर ट्रेन ख़िदमात जारी हैं लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई ट्रेन पीर पंजल (Pir Panjal ) पहाड़ी दरों से गुज़रेगी । इस ट्रेन लाईन की ख़ुसूसीयत क़ाज़ीगुंद (Qazigund) रजनी हाल के दरमयान पड़ने वाली 11.21किलोमीटर तवील सुरंग है जिसे हिंदूस्तान की तवील तरीन सुरंग कहा जा सकता है ।

यूं तो हैदराबाद मुंबई रेलवे लिंक पर भी खंडाला घाट के बाद कल्याण तक ज़ाइद अज़ 20 सुरंगें हैं लेकिन वो ज़्यादा तवील नहीं । नबी हाल क़ाज़ी गुंड के दरमियान तवील तरीन सुरंग से दोनों मुस्तक़रों के दरमयान निस्फ़ फ़ासिला कम हो गया है ।