बरतरफ़ शूदा थाई वज़ीरे आज़म को मुवाख़िज़ा का सामना

बरतरफ़ शूदा थाई वज़ीरे आज़म यंगलक शीनावात्रा जिसे अदालत ने कल ही उन के ओहदा से बरतरफ़ कर दिया था, आज उन्हें दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ा है। ज़राए के मुताबिक़ क़ौमी कमीशन बराए इंसिदाद रिश्वत ने उन पर रियायती शरहों पर चावल की फ़राहमी की तबाहकुन स्कीम का इल्ज़ाम आइद किया है जिस की वजह से उन्हें मुवाख़िज़ा का सामना करना पड़ेगा जिस के नतीजा में मुम्किन है कि उन्हें सियासी तौर पर 5 साल तक ममनू क़रार दे दिया जाए।

क़ौमी कमीशन बराए इंसिदाद रिश्वत ने इत्तिफ़ाक़ के साथ 46 साला शीनावात्रा पर मुतनाज़ा राईस सब्सीडी प्रोग्राम को जारी रखने और अपने ओहदा का ग़लत इस्तेमाल करने का इल्ज़ाम आइद किया है।