बरादर-ए-निसबती (पत्नी के भाई) के हाथों बहनोई का क़त्ल हमला आवर का ज़हनी तवाज़ुन (संतूलन) बिगड़ जाने का शुबा

( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) नगनोर मंडल में बरादर-ए-निसबती के हाथों बहनोई के बेरहमाना क़त्ल का वाक़िया पेश आया। इस वाकीया की इत्तेला के साथ डी एस पी सूद्दी पेट मिस्टर सी उच्च श्रीधर , रूरल सर्कल इंसपेक्टर मिस्टर सुरेंद्र रेड्डी , राजगोपाल पेट सब इंसपेक्टर मिस्टर सत्य ना रायणा ने मुक़ाम वारदात पर पहोंचकर मुल्ज़िम को हिरासत में ले लिया ।

पोलीस और मुक़ामी अफ़राद के मुताबिक़ नगनोर से ताल्लुक़ रखने वाले महबूब पाशाह उम्र 55 साल गुज़श्ता चंद सालों से नगनोर के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के देहातों में कुम कुमा की फ़रोख़त करते हुए अपने अफ़राद ख़ानदान के साथ मुक़ीम था । बताया जाता हैकि महबूब पाशाह मक़बूल को दो बीवी हिना बी को एक लड़की और दो लड़के हैं । मक़बूल अपनी दोनों बीवीयों और बच्चों के साथ एक ही मकान में सुकूनत पज़ीर थे ।

क़ातिल वली पाशाह की हमशीरा का ताल्लुक़ वरंगल ज़िला तोरनाल मौज़ा से है । क़ातिल वली पाशाह गुज़रबसर के लिए हैदराबाद के जगत गैरी गूट्टा में तिजारत करते हुए ज़िंदगी गुज़ार रहा था इस को एक बीवी और चार लड़कियां हैं जोकि पहली लड़की की शादी करचुका है जबकि दूसरी लड़की की शादी तय‌ होचुकी थी जिस के बाद इस लड़की की हालत दिन बदिन ख़राब होने के बाइस-ओ-मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर ईलाज मुआलिजा के लिए मुतफ़क्किर था इसी दौरान बड़ी लड़की की हालत भी बिगड़ने लगी । घरेलू सूरत-ए-हाल से मुतफ़क्किर क़ातिल वली पाशाह की हालत भी बिगड़ गई । मक़्तूल ने क़ातिल के घरेलू हालात को देखते हुए उसे नगनोर ले आया और चरयाल , निज़ामाबाद और दीगर मुक़ामात पर अपने बीरादर-ए-निसबती और बच्चों का ईलाज करवाता रहा । इसी दौरान गुज़श्ता रोज़ इतवार के दिन मक़्तूल महबूब पाशाह अपनी रिहायश गाह के उक़बी हिस्से में रवाना हुआ तो मौक़ा पाकर बीरादर-ए-निसबती वली पाशाह ने मुबैयना तौर पर अपने बहनोई पर मसल से अचानक हमला कर दिया जिस के बाइस महबूब पाशाह के सर पर शदीद चोट लगी और ख़ून बेहने लगा और वो मौक़ा-ए-वारदात पर बेक़ाबू होकर गिर पड़ा ।

इस वाकीया के फ़ौरी बाद महबूब पाशाह की अहलिया-ओ-अरकान ख़ानदान वहां पहुंचे तो महबूब पाशाह को बेहोशी की हालत में पाया , जिस के फ़ौरी बाद 108 के ज़रीया दवाख़ाना मुंतक़ली की कोशिश की जा रही थी इसी दौरान वो जांबर ना होसका ।

क़ातिल अपने बहनोई पर हमला के बाद मौक़ा-ए-वारदात से फ़रार इख़तेयार कर गया। राज गोपाल पेट सब इंसपेक्टर मिस्टर सत्य नारायणा को जैसे ही इत्तेला मिली वो फ़ौरी तौर पर नगनोर पहुंचे और आला ओहदेदारों को इस की इत्तेला दी ।मुल्ज़िम की गिरफ़्तारी के लिए मुक़ामी अवाम और पोलीस ने मुशतर्का तौर पर तलाश शुरू की तो घुन पुर मौज़ा में मुल्ज़िम को हिरासत में लिया गया ।

इस इत्तेला के बाद सुद्दी पेट डी एस पी सर्कल इंसपेक्टर रूरल ने मुक़ाम वारिदात‌ पहुंच गए जिस के बाद डी एस पी ने नामा निगारों से बात चीत करते हुए बताया कि क़ातिल वली पाशाह का ज़हनी तौर पर तवाज़ुन ठीक नहीं है जोकि अपने बहनोई को मसल से मार कर क़त्ल कर दिया।