देवबंद: मुस्लिम समुदाय के एकता की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण क़दम उठाते हुए बरेलवी आलिम मौलाना तौकीर रज़ा खान ने दारुल उलूम का दौरा कर के किया है. उन्होंने दारुल उलूम देवबंद मदरसा के विशेष आलिम मौलाना फजलुर रहमान के साथ बातचीत भी की इस दौरान मोलाना अरशद मदनी ने विदेश से उनका इस्तकबाल फोन करके किया.
आपको बतादें कि मौलाना तौकीर रजा खान आला हज़रत अहमद रज़ा खान के पड़पोते हैं और इत्तेहाद-ए- मिल्लत कौंसिल के अधयक्ष हैं. उन्होंने देवबंद में शाकिर अंसारी के परिवार से मुलाक़ात की जिसे दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने कुछ दिन पहले गिरफतार कर लिया था.उनको दारुल उलूम जाने का भी अवसर मिला और उन्होंने इस्लामिक इशुज़ पर देवबंद के आलिमों और नेताओं से विचार विमर्श किया.
‘हमें अपने धार्मिक विश्वासों के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए और अपने दुश्मन के साथ लड़ने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए, अब यही एक तरीका है. उन्होंने कहा जब मैं 2010 में सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार हुआ था तो कई देवबंदी आलिमों ने मेरा साथ दिया था और मुझसे मिलने के लिए आये थे. यह समय है जब सरकार मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है, मौलाना तौकीर रजा का देवबंद मदरसा की यात्रा को मुसलमानों में एकता की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है