प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बर्क़ी(बिजली) क़िल्लत के मसला पर तेलगूदीशम अरकान असेंबली (असेंबली सदस्य )के एहतिजाज को महिज़ एक सयासी ड्रामा क़रार दिया और कहा कि तेलगूदीशम पार्टी को बर्क़ी(बिजली) क़िल्लत के बारे में कुछ भी कहने का अख़लाक़ी हक़ नहीं है । पार्टी के मीडीया सेल के सदर नशीन और साबिक़ रियास्ती वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर ने तेलगूदीशम अरकान असेंबली (असेंबली सदस्य ) की जानिब से कल रात देर गए तक सेक्रेट्रीयट में चीफ़ मिनिस्टर चैंबर के पास धरना मुनज़्ज़म करने को महज़ एक दिखावा और अवामी हमदर्दी हासिल करने की एक कोशिश क़रार दिया और कहा कि इस तरह की हरकतों से अवामी ताईद हासिल नहीं होगी ।
उन्हों ने कहा कि तेलगूदेशम अरकान असेंबली (असेंबली सदस्य )चीफ़ मिनिस्टर से नुमाइंदगी के बहाने सेक्रेट्रीयट पहुंचे लेकिन बाद में अचानक एहतिजाज शुरू करदिया गया । उन्हों ने कहा कि बर्क़ी(बिजली) की सरबराही में कमी से हुकूमत को भी इनकार नहीं है लेकिन चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी हर मुम्किन कोशिश कर रहे हैं कि इस बोहरान(संकट) पर जल्द से जल्द क़ाबू पाया जाय ।
तेलगूदीशम दौर-ए-हकूमत में ज़रई शोबा में नजर अंदाज़ कर दिया गया था जिस के बाइस सैंकड़ों किसानों ने ख़ुदकुशी करली जब कि कांग्रेस बरसर-ए-इक़तिदार आकर इस शोबा को मुफ़्त बर्क़ी(बिजली) सरबराही की स्कीम शुरू की । मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि सेक्रेट्रीयट और असेंबली में एहतिजाज के ज़रीया तेलगूदीशम अरकान असेंबली (असेंबली सदस्य )अवामी हमदर्दी हासिल नहीं कर सकते । अवाम हक़ायक़ जानते हैं कि तेलगूदीशम की नज़र सिर्फ़ इक़तिदार पर है ।