बर्क़ी क़ौमी मसला (समस्या) आंधरा प्रदेश भी मुतास्सिर (प्रभावित)

कांग्रेस के सीनीयर रुक्न असेंबली-ओ-साबिक़ रियास्ती वज़ीर जी वेंकट रेड्डी ने वाई एस आर कांग्रेस से इस्तिफ़सार किया(पूछा) कि क्या बंद और एहतिजाज से बर्क़ी पैदावार में इज़ाफ़ा होगा?। आज अहाता-ए-असेंबली में मीडीया से बातचीत करते हुए उन्हों ने कहा कि बर्क़ी एक क़ौमी मसला (समस्या) है, जिस का शिकार आंधरा प्रदेश भी है। रियासत में नाकाफ़ी बारिश और गैस की अदम वसूली के सबब बर्क़ी मसाइल (समस्याओं) पैदा हुए हैं।

हुकूमत बर्क़ी बोहरान खत्म करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने दिल्ली पहुंच कर मर्कज़ी वज़ीर बर्क़ी वीरप्पा मोईली और दीगर (दूसरे) वुज़रा से मुलाक़ात करते हुए रियासत के बर्क़ी मसाइल (समस्याओं ) पर तवज्जा दिलाई है और सदर नशीन एन टी पी सी से भी टेलीफ़ोन पर बातचीत की है।

उन्हों ने कहा कि रियासत में बर्क़ी बचत के लिए तमाम इक़दामात (उपाय) किए जा रहे हैं। अपोज़ीशन जमातें रियासत का जायज़ा लें और इस मसला (समस्या ) को हल करने के लिए हुकूमत को ठोस तजावीज़ पेश करें, बंद और एहतिजाज से बर्क़ी पैदावार में इज़ाफ़ा नहीं होगा।

उन्हों ने सी पी आई के रियास्ती सैक्रेटरी डाक्टर के ना रावना और तेलगू देशम क़ाइद डी वीरा भद्रा राव की जानिबसे चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी, रियास्ती वुज़रा और कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट (एम पी) के ख़िलाफ़ ग़ैर पारलीमानी अलफ़ाज़ इस्तिमाल करने की सख़्त मुज़म्मत की और कहा कि जमहूरीयत में अपोज़ीशन जमातों को एहतिजाज का तो हक़ है, मगर शख़्सी रिमार्कस का किसी को हक़ नहीं है।

कांग्रेस पार्टी दोनों क़ाइदीन के ख़िलाफ़ तहरीक मुराआत नोटिस पेश करने पर संजीदगी से ग़ौर कर रही है।