मैसूरू। मैसूरू चिड़ियाघर के नाम से विख्यात श्री जयचामराजेंद्र जूलोजिकल उद्यान को शुक्रवार सुबह पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। गौरतलब है कि पिछले माह पक्षियों के रक्त की जांच में बर्ड फ्लू के विषाणु पाए जाने के पश्चात इसको एक माह के लिए एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया
था। इस एक माह के इंतज़ार के बाद पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है कि कई जानवरों ने 28 जनवरी के आसपास बच्चों को जन्म दिया है जो पर्यटकों का लुभाएंगे।एक वन्य श्वान ने 6, भेड़िये ने 6 पिल्लों को जन्म दिया है जबकि एक हिरन और एक सांबर ने एक-एक बच्चे को जन्म दिया है।
शुक्रवार को सुबह चिड़ियाघर को पर्यटकों के लिए खुलने के बाद यहां पूरे दिन पर्यटकों का तांता लगा रहा। कर्नाटक चिड़ियाघर प्राधिकरण के अध्यक्ष मल्लिगे वीरेश, चिड़ियाघर की कार्यकारी निदेशक के कमला करिकालन एवं विभिन्न संगठनों ने चिड़ियाघर के खुलने पर मिठाई बांटकर ख़ुशी का इज़हार किया।
कमला करिकालन ने इस अवसर पर कहा कि चिड़ियाघर को फिर से खोलने का फैसला बेंगलूरू में 1 फरवरी को चिड़ियाघर, पशुपालन और वन विभाग के आला अधिकारियों की एक बैठक में लिया गया। पक्षियों के रक्त के नमूनों को जांच के लिए भोपाल की लैब भेजा गया था, वहां से नकारात्मक रिपोर्ट मिलने के बाद ही चिड़ियाघर को फिर से खोलने के लिए निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि 4 जनवरी से ही एहतियात के तौर पर चिड़ियाघर में कीटाणुनाशक छिड़काव किया गया है। अब मैसूर चिड़ियाघर बर्ड फ्लू से मुक्त है।