लंदन 9 जनवरी (पी टी आई) एक हिंदूस्तानी जोड़ा जिस की शादी 1925 में हुई थी बर्तानिया में मुक़ीम क़दीम तरीन शादीशुदा जोड़ा होसकता है। 106 साला करम चंद और इस की 99 साला बीवी करतारी दोनों ने पंजाब के एक देहात में जन्म लिया था। वो 1965 में हिंदूस्तानी पंजाब से बर्तानिया मुंतक़िल हुए और इसी वक़्त से ब्रैडफोर्ड में मुक़ीम हैं। इसका सबूत उन के पासपोर्टस से मिलता है।बीबी सी की इत्तिला के बमूजब उन्होंने हाल ही में अपनी शादी की 86 विं सालगरा मनाई है।
इन के ख़्याल में वो बर्तानिया का क़दीम तरीन शादीशुदा जोड़ा है। करम चंद ने कहा कि तवील मुद्दती अज़दवाजी ज़िंदगी का कोई हक़ीक़ी राज़ नहीं है। जो दिल चाहे खाव और पियो लेकिन एतिदाल के साथ इस ने कहा कि वो ज़िंदगी से लुतफ़ अंदोज़ होने में कभी पीछे नहीं हटा। वो रात के खाने से क़बल रोज़ाना एक सिगरेट पीता है। हफ़्ता में तीन या चार बार एक टाट वहकी या ब्रांडी पीता है।वो अपने सब से छोटे बेटे सतपाल और इस के चार बच्चों के साथ मुक़ीम है।
करतारी को जारीया साल के अवाख़िर तक मलिका बर्तानिया का एक मकतूब वसूल होने का इंतिज़ार है जबकि वो अपनी 100 वीं सालगिरा मनाएगी। लेकिन वो ये कहने से गुरेज़ करती है कि वो सेहतमंद और तंदरुस्त है। इस ने कहा कि इस ने हमेशा अच्छी ग़िज़ा इस्तिमाल की है जिस में मस्का, घी, दूध और ताज़ा दही शामिल होता है जो उसे बहुत पसंद हैं। लेकिन इस के साथ ही साथ वो ख़ुदा की मर्ज़ी के मुताबिक़ जब भी बुलावा आजाए जाने के लिए तैय्यार हैं। उन्हों ने हक़ीक़त में बहुत अच्छी ज़िंदगी गुज़ारी है। करतारी ने कहा कजा ताहम बुढ़ापे की उम्र के बाअज़ पहलू दरहक़ीक़त बहुत मुश्किल हैं।