क़ौम को ये तयक्कुन ( यकीन) देते हुए कि ट्रांसमिशन ग्रिड की नाकामी की वजह से बड़े पैमाने पर बर्क़ी (बिजली) सरबराही दुबारा मुनक़ते (बाधित) नहीं होगी। नए मर्कज़ी वज़ीर बर्क़ी तवानाई ( उर्जा मंत्री) वीरप्पा मोईली (New Power Minister Veerappa Moil) ने आज कहाकि उन्होंने इस मसला ( समस्या) पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए मुतास्सिरा रियास्तों ( प्रभावित राज्यों) के चीफ़ मिनिस्टर्स का एक इजलास ( सभा/ Meeting) तलब किया है।
मोईली ने कहा कि अब सूरत-ए-हाल मुकम्मल तौर पर हसब-ए-मामूल ( आम दिनो की तरह) है। 100 फ़ीसद बहाली हो चुकी है और वो पूरे मुल्क को तयक्कुन ( यकीन) दे सकते हैं कि दुबारा ऐसा नहीं होगा जैसा कि गुज़शता दो तीन दिन में हो चुका है। 8 रियास्तों के चीफ़ मिनिस्टर्स का एक इजलास जिस में मर्कज़ी ज़ेर-ए-इंतज़ाम इलाक़ा चन्डीगढ़ के मुंतज़िम ( व्यवस्थापक) भी शिरकत करेंगे, 6 अगस्त को तलब किया गया है।
उन्होंने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत ने मुनासिब ख़्याल किया कि 8 मुतास्सिरा रियास्तों और एक मर्कज़ी ज़ेर-ए-इंतज़ाम इलाक़ा का इजलास 6 अगस्त दोपहर को मुनाक़िद ( अयोजित) किया जाय। वीरप्पा मोईली ने आज ही मर्कज़ी वज़ीर बर्क़ी तवानाई के क़लमदान का जायज़ा हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि फ़िलहाल वो किसी भी रियासत पर इल्ज़ाम आइद करना नहीं चाहते चाहे उस की वजह ओवर लोडिंग भी क्यों ना हो। रियास्तों के मर्कज़ से तआवुन ( मदद/ सहायता) के बगै़र कोई भी कार्रवाई कामयाब नहीं हो सकती।