हैदराबाद 27 मार्च: चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि रियासत में बर्क़ी की तकलीफ़ ज़रूर है लेकिन इस में सयासी मुफ़ादात या सयासी मुदाख़िलत हरगिज़ कारफ़रमा नहीं है और हम एक दूसरे पर कीचड़ उछाल लेने से मसले का हल मुम्किन नहीं है।
आज शाम असेम्बली में बर्क़ी मसले पर हुए मुबाहिस के इख़तेताम पर जवाब देते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने बर्क़ी क़िल्लत के मसले पर सियासत ना करके मुत्तफ़िक़ा तौर पर ही मसले की यकसूई के लिए कोशिश करने का अप्पोज़ीशन जमातों को मश्वरा दिया और कहा कि ज़ख़ाइर आब में पानी ना होने की वजह से हाएडल पावर पराजकटस में बर्क़ी पैदावार में काफ़ी कमी वाक़्ये हुई है।
अलावा अज़ीं दरकार ग़ियास भी फ़राहम ना होने की वजह से ही रियासत में बर्क़ी बोहरान पैदा हुआ है। उन्हों ने कहा कि रियासत में ज़्यादा से ज़्यादा ग़ियास के ज़रीये ही बर्क़ी पैदावार होरही है और बर्क़ी पैदावार में कमी होने से ही बर्क़ी मसाइल में इज़ाफ़ा होने के अलावा मसारिफ़ में भी इज़ाफ़ा होगा।
जारीया साल बर्क़ी के ताल्लुक़ से मुश्किल दह वक़्त है। क्योंके पिछ्ले 30 साल के दौरान बर्क़ी की इतनी कम पैदावार कभी नहीं हुई थी। उन्हों ने कहा कि गैस और पानी के ज़रीये 14 फ़ीसद बर्क़ी पैदावार होती है। माबाक़ी बर्क़ी दीगर रियास्तों से ख़रीदी जा रही है। हरियाणा रियासत से 180 मेगा वाट्स बर्क़ी ख़रीदी जा रही है।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि इलाके तेलंगाना में पानी की सहूलत ना होने की वजह से इस इलाके के लिए ज़्यादा बर्क़ी फ़राहम की जा रही है।
इस इक़दाम को कोई और नज़रिये से नहीं देखना चाहीए। बर्क़ी ख़रीदी का तज़किरा करते हुए उन्हों ने कहा कि बर्क़ी ख़रीदी में किसी किस्म की कोई बे क़ाईदगीयाँ या कुरप्शन हरगिज़ नहीं है।
किरण कुमार रेड्डी ने वाज़िह तौर पर कहा कि यौमिया रियासत में 60 मिलियन यूनिट बर्क़ी की कमी पाई जा रही है। आइन्दा साल रियासत में मज़ीद 2 हज़ार मैगावाट ज़ाइद बर्क़ी पैदावार के लिए कोशिश की जा रही है।
जबके फ़िलवक़्त जारीया साल 4500 मैगावाट बर्क़ी पैदावार को यक़ीनी बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्हों ने इस बात पर ताज्जुब का इज़हार किया कि अब तक रियासत को ग्रिड कनकटीवीटी नहीं है। इस साल के इखतेताम तक ग्रिड कनकटीवीटी की सहूलत फ़राहम होजाएगी।
उन्हों ने कहा कि रियासत में किसानों को बर्क़ी सरबराह करने के लिए हुकूमत कभी पीछे नहीं हटेगी और बर्क़ी की कमी को पूरा करने के लिए जहां कहीं भी बर्क़ी दस्तयाब है वहां से बर्क़ी ख़रीदी की जा रही है और ज़ाइद बर्क़ी के लिए मर्कज़ी हुकूमत पर अपने दबाओ में भी इज़ाफ़ा कररही है।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि कम से कम क़ीमत पर बर्क़ी ख़रीदी के लिए इक़दामात किए जा रहे हैं लेकिन इस के बावजूद बर्क़ी ख़रीदी में बे क़ाईदगियों के वाक़ियात पेश आए का इज़हार करके तन्क़ीदें की जा
रही हैं जो मुनासिब बात नहीं है।