हैदराबाद 09 अप्रैल: रियासती वज़ीर मेहनत-ओ-रोज़गार डी नागेंद्र ने बर्क़ी शरहों में इज़ाफे के नाम पर अपोज़ीशन जमातों के 9 अप्रैल को रियासत बंद के एलान पर अपने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया और कहा कि अपोज़ीशन जाइतें महिज़ रियासती हुकूमत पर कीचड़ उछाल कर अपने सयासी मुफ़ादात-ओ-ज़ाती फ़वाइद हासिल करने की कोशिश कररही हैं।
लिहाज़ा रियासती अवाम से 9 अप्रैल को अपोज़ीशन के रियासत आंध्र प्रदेश बंद को मुस्तर्द करदेने की पुर ज़ोर अपील की । आज यहां सेक्रेटेरिएट मीडिया प्वाईंट पर अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए डी नागेंद्र ने रियासत की अपोज़ीशन जमातों सी पी आई , सी पी आई एम , बी जे पी और तेलुगू देशम पार्टी को अपनी शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि रियासती हुकूमत साल 2004 में मुनाक़िदा चुनाव के मौके पर अवाम से किए हुए तमाम वादों पर अमल करने के इक़दामात कररही है और रियासती हुकूमत पर अवाम का भरपूर एतेमाद पाया जाता है लेकिन अपोज़ीशन जमाअतें अपनी बक़ा और आइन्दा चुनाव को पेश नज़र रखते हुए रियासत बंद वगैरह की अपील के ज़रीया अवामी एतेमाद हासिल करने के लिए कोशां है जबके हक़ीक़त तो ये है कि साबिक़ तेलुगू देशम हुकूमत ने ही रियासती अवाम को बर्क़ी इस्लाहात के नाम पर इलेक्ट्रिसिटी रेगूलेटरी कमीशन की तशकील अमल में लाते हुए अवाम को मुश्किलात-ओ-मसाइब से दो-चार कर रखा था और उसी का नतीजा है कि आज बर्क़ी शरहों में इज़ाफे करने की ज़रूरत महसूस होरही है।
उन्हों ने कहा कि रियासती हुकूमत का बर्क़ी शरहों में इज़ाफे से कोई ताल्लुक़ नहीं है बल्के इलेक्ट्रिसिटी रेगूलेटरी कमीशन जो एक दस्तूरी-ओ-बाख़तयार इदारा है उस की सिफ़ारिशात पर अमल करने के लिए रियासती हुकूमत को मजबूर होना पड़ रहा है । रियासती हुकूमत ने इलेक्ट्रीसिटी रेगूलेटरी कमीशन की सिफ़ारिशात के बावजूद गरीब अवाम के लिए (200) बर्क़ी यूनिट्स के इस्तेमाल पर साबिक़ बर्क़ी शरहों को जूं का तूं बरक़रार रखने का एलान करचुकी है और इस पर आइद होने वाले मसारिफ़ के इव्ज़ गरीब अवाम को जुमला (6340) करोड़ रुपये की सब्सीडी हुकूमत अदा कररही है।
उन्हों ने मज़ीद कहा कि रियासत में 2.55) करोड़ बर्क़ी सारफ़ीन पाए जाते हैं और इसतरह बर्क़ी इस्तेमाल और बर्क़ी के मुतालिबा में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है । उन्हों ने बी जे पी को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए दरयाफ़त किया कि आया बी जे पी रियासत गुजरात में किसानों को मुफ़्त बर्क़ी सरबराह कररही है जबके रियासत गुजरात में (1.20) रुपये फ़ी यूनिट बर्क़ी शरह किसानों से वसूल की जा रही है । वज़ीर मौसूफ़ ने कहा कि रियासती हुकूमत किसानों को मुफ़्त बर्क़ी सरबराह कररही है । उन्हों ने बी जे पी से मुतालिबा किया कि वो रियासत गुजरात में किसानों को मुफ़्त बर्क़ी सरबराह करे तब रियासती हुकूमत पर तन्क़ीद करे वर्ना बी जे पी को रियासती हुकूमत पर तन्क़ीद करने का हरगिज़ कोई हक़ ही नहीं है।