रियासत आंध्र प्रदेश में दो थर्मल पावर स्टेशन राइलसीमा थर्मल पावर प्रोजेक्ट (कड़पा) और नारुला ताता राव थर्मल प्रोजेक्ट (विजयवाड़ा) कोयला की संगीन क़िल्लत का शिकार हैं।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना रियासतें पहले ही बर्क़ी क़िल्लत का सामना कररही हैं और ताज़ा सूरते हाल से बोहरान और संगीन होगया है। ओहदेदारों के मुताबिक़ इन बर्क़ी प्रोजेक्ट को सिंगारीनी कालरीज़ से कोयला वसूल नहीं होरहा है जिस की वजह से राइलसीमा प्रोजेक्ट में दो यूनिट्स बंद करदेना पड़ा और विजयवाड़ा प्रोजेक्ट में बर्क़ी पैदावार कम होगई है।
इस सूरते हाल के सबब शहरी इलाक़ों में 5 ता 6 घंटे और देही इलाक़ों में 9 घंटों से ज़ाइद बर्क़ी मस्दूद की जा रही है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सनअती इलाक़ों में भी इतवार की सुबह से बर्क़ी शट डाउन मामूल बन चुका है।
बताया जाता हैके सिंगारीनी कालरीज़ से माहाना 3.3 लाख टन कोयला सरबराह किया जाता है लेकिन अब सिर्फ़ 2.2 लाख टन कोयला ही सरबराह किया जा रहा है जिस से तलब और सरबराही में फ़र्क़ पैदा होगया है। ओहदेदारों के मुताबिक़ इस फ़र्क़ को पूरा करने के लिए कोई मुतबादिल इंतेज़ामात नहीं किए गए उसकी वजह से बर्क़ी बोहरान संगीन होने का अंदेशा है।