वज़ीर इंडो मिनट मिस्टर सी रामचंद्ररिया ने आज चीफ मिनिस्टर मिस्टर किरण कुमार रेड्डी के नाम एक खुला ख़त रवाना करते हुए उन पर ज़ोर दिया है कि वो रियासत में जारी बर्क़ी के बोहरान को फ़ौरी(तत्काल) हल करने के लिए कदम करेंगे। सूरत-एहाल(स्थिति) को इंतिहाई संगीन(बहुत गंभीर) क़रार देते हुए उन्हों ने कहा कि बर्क़ी की क़िल्लत(कमी) के नतीजे में रियासत की बहैसियत मजमूई मईशत और तरक़्क़ी की रफ़्तार मुतास्सिर(प्रभावित) हुई है और रियासत सनअती तौर पर पसमांदगी(औद्योगिक रूप से पिछड़ेपन ) का शिकार होगई है ।
उन्हों ने कहा कि बर्क़ी की शदीद क़िल्लत की वजह से रियासत के किसान खासतौर पर तेलंगाना और राइलसेमा के ऊपरी इलाक़ों के किसानों कोबहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । सैंकड़ों सनअती यूनिटों को नुक़्सान का सामना है और उन का वजूद ही
ख़तरा में पड़ गया है । अगर एसा होता है तो मसले और भी संगीन होजाएगा क्योके इन सनअतों से हज़ारों बल्कि लाखों लोगो को रोज़गार हासिल है ।
उन्हों ने कहा कि बारिश की क़िल्लत(कमी) और गैस की कमी की वजह से बर्क़ी की पैदावार मुतास्सिर(प्रभावित) हुई है और मौजूदा सूरत-एहाल(स्थिति ) में इस बात का भी कोई अंदाज़ा नहीं है कि हाईडल और थर्मल बर्क़ी की पैदावार में जलदी ही कोई इज़ाफ़ा(बढोत्री) होगा । बर्क़ी के मसले हल हुए बगैर रियासत की तरक़्क़ी का कोई अंदाज़ा नहीं है । उन्होंने अपने मकतूब(खत) में तजवीज़ किया कि रियासती हुकूमत इरान और मलेशिया से रास्त अल एन जी हासिल करने की कोशिश करे ।