तवानाई तक़सीम-ओ-सरबराह करनेवाली कंपनीयों से तए शूदा तवानाई की ख़रीदी के समझौतों को मंसूख़ करने हुकूमत आंध्र प्रदेश की कोशिशों पर हुकूमत तेलंगाना ने सख़्त ब्रहमी के साथ अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर किया है और जवाबी कार्रवाई करने की धमकी भी दी है।
तेलंगाना के वज़ीर आबपाशी टी हरीश राव ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि हैदराबाद मुशतर्का दारुल हुकूमत है। आप (आंध्र प्रदेश) के सेक्रेट्रियट और असेंबली यहां से काम करते हैं। क्या आप लोगों को अपने घरों के लिए बर्क़ी की ज़रूरत नहीं है?।
हरीश राव इन इत्तेलाआत पर ब्रहम रद्द-ए-अमल का इज़हार कररहे थे कि (नई) हुकूमत आंध्र प्रदेश ने आंध्र प्रदेश इलेक्ट्रीसिटी रेगूलेटरी कमीशन से तवानाई की ख़रीदी के वो तमाम समझौते (पी पी ए) मंसूख़ करने की ख़ाहिश की है
जो साबिक़ मुत्तहदा रियासत में तवानाई तक़सीम करनेवाली कंपनीयों से किए गए थे।
हुकूमत आंध्र प्रदेश ने इस बात को यक़ीनी बनाने का इरादा ज़ाहिर किया हैके रियासत में पैदा की जाने वाली बर्क़ी इसी रियासत में इस्तेमाल की जाये और इस ने ये इस्तिदलाल पेश किया कि ज़ाइद बर्क़ी की पैदावार की सूरत में भी वो ज़ाइद बर्क़ी का इस्तेमाल नहीं करेगी।
ताहम बावर किया जाता हैके हुकूमत आंध्र प्रदेश के इक़दाम से तेलंगाना में पहले से जारी बर्क़ी की क़िल्लत में इज़ाफ़ा होजाएगा। चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चंद्रशेखर राव के भांजे हरीश राव ने हुकूमत आंध्र प्रदेश के इस फ़ैसले को यकतरफ़ा क़रार देते हुए मुतालिबा किया कि इस फ़ैसले से फ़िलफ़ौर दसतबरदारी इख़तियार की जाये।
हुकूमत आंध्र प्रदेश के इस फ़ैसले से दो तलगो रियासतों के ताल्लुक़ात मज़ीद मुतास्सिर होजाएंगे। आबपाशी के पोलावरम प्रोजेक्ट के ज़िमन में तेलंगाना के ज़िला खम्मम के सात मंडलों की सीमा आंध्र को मुंतक़ली पर हुकूमत तेलंगाना पहले ही चिराग़-ए-पा है।