बर्क़ी सरबराही को बेहतर बनाने चीफ मिनिस्टर की हिदायत

रियासत में आइन्दा साल अप्रैल 2014 तक थर्मल पावर बर्क़ी पैदावार में 3745 मेगावाट की गुंजाइश पैदा होगी। गैस पर मबनी बर्क़ी पैदावार में आने वाली कमी को दूर करलिया जाएगा।

बर्क़ी पैदावार कारपोरेशन के ओहदेदारों ने मतला किया कि कृष्णा पटनम पराजकट के I और II यूनिटों में फ़ी यूनिट 800 मेगावाट बर्क़ी पैदावार की गुंजाइश है और काकतीय थर्मल पावर पराजकट के एक यूनिट में 600 मेगावाट बर्क़ी पैदा करने की गुंजाइश है जिस का आइन्दा साल मार्च से आग़ाज़ होगा।

चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी की ज़ेर क़ियादत मुनाक़िदा आला सतही जायज़ा मीटिंग में बर्क़ी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया गया। जेनको के ओहदेदारों ने कहा कि हिंदुजा पावर पराजकट के पहले और दूसरे यूनिटों में भी आइन्दा साल अप्रैल तक बर्क़ी पैदावार में बेहतरी की तवक़्क़ो की जाती है जबकि सेंट्रल जनरेशन स्टेशन टूटी कोरियन और विलेरो से बर्क़ी पैदावार में इज़ाफ़ा होगा और रियासत को 3745 मेगावाट बर्क़ी हासिल होगी।

ताहम चीफ मिनिस्टर ने जेनको से कहा कि वो इस साल दिसम्बर तक इन पराजकटस में बर्क़ी की पैदावार को बेहतर बनाने की कोशिश करें।

ओहदेदारों ने चीफ मिनिस्टर को बताया कि ओ एन जी सी फील्ड से सिर्फ़ 3.63 एम एम गैस सरबराह की जा रही है ताकि रियासत में गैस पर मबनी बर्क़ी स्टेशनों को बेहतर बनाया जा सके।

इसके नतीजे में सिर्फ़ 536 मेगावाट बर्क़ी पैदा होरही है। बर्क़ी पैदा करने के लिए जुमला 15.67 एम एम एस सी एम डी गैस की ज़रूरत है लेकिन हमें सिर्फ़ 2.63 एम एम एस सी एम डी गैस मिल रही है।

गैस पर मबनी बर्क़ी पैदा करने के स्टेशनों से हम सिर्फ़ 536 मेगावाट बर्क़ी पैदा करने के काबिल हैं। चीफ मिनिस्टर ने कहा कि वो मर्कज़ को खत लिख कर रियासत में बर्क़ी प्लांटस के लिए अव्वलीन तरजीही तौर पर गैस की सरबराही के लिए ज़ोर देंगे।

इस मौके पर चीफ सेक्रेटरी पी के मोहंती , स्पेशल चीफ सेक्रेटरी तवानाई एम साहू , स्पेशल चीफ सेक्रेटरी फाइनैंस ई भास्कर और दुसरे ओहदेदार मौजूद थे।