ईस्लामाबाद। जुनूब पश्विमी सूबा बलोचिस्तान में नामालूम बंदूक़ बर्दारों ने एक पाकिस्तानी रीपोर्टर को हलाक कर दिया।
पीछ्ले चार माह के दौरान प्रेसवालों को हलाक करने का ये चौथा वाक़िया है। याद रहे कि यूनेस्को ने बलोचिस्तान सूबा को रीपोर्टर्स के लिए दुनिया का दूसरा ख़तरनाक तरीन इलाक़ा क़रार दिया है।
मक़्तूल सहाफ़ी रज़्ज़ाक़ गुल के भाई ने बताया कि इन की लाश बलोचिस्तान के मुस्तक़र तुर्बत से मीलि। रज़्ज़ाक़ गुल एक्सप्रेस ग्रुप ओफ़ पब्लीकेशन के लिए पीछ्ले 10 साल से ख़िदमत कर रहे थे।
पुलिस को रज़्ज़ाक़ गुल की लाश एक हॉस्पिटल के क़रीब मीली जबकि उन की मोटर साईकल लाश के पास पड़ी हुई मिली।
पुलिस ओहदेदारों ने बताया कि वो क़तल की वजूहात मालूम करने कि कोशीश में लगे हुएं है। रज़्ज़ाक़ गुल के क़तल के बाद पाकिस्तान में अख़बारी रिपोर्टर्स चींता में पड गए हैं।