बशारुल असद का इक़्तेदार में रहना ज़रूरी नहीं – रूस

रूस का कहना है कि शाम के सदर बशारुल असद का इक़्तेदार में रहना कलीदी नहीं है ताहम ये फ़ैसला करना शामी अवाम का काम है कि उनका हुक्मरान कौन हो। ये बात रूस की वज़ारते ख़ारिजा के तर्जुमान मारीया ज़ाख़ारवा ने मंगल को एक रेडीयो प्रोग्राम में सवालात के जवाब देते हुए कही।

जब तर्जुमान से पूछा गया कि कि शामी सदर का बरक़रार रहना रूस के लिए उसूली बात है तो उन्होंने जवाब में कहा बिलकुल भी नहीं, ये हमने कभी नहीं कहा।

रूस को शामी हुकूमत के सबसे ताक़तवर इत्तिहादियों में से एक समझा जाता है और सदर बशारुल असद का मुस्तक़बिल ही वो मुआमला है जिस पर शाम के बोहरान पर हाल ही में होने वाले आलमी मुज़ाकरात में इत्तिफ़ाक़े राय नहीं हो सका था।