रूसी सदर व्लादीमीर पुतीन का कहना है कि अभी ये बात करना क़ब्ल अज़ वक़्त है, ताहम अगर शामी सदर बशारुल असद अपना मुल्क छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं तो रूस उन्हें सियासी पनाह दे सकता है।
रूस शामी सदर की हुकूमत का सबसे बड़ा हिमायती मुल्क है। शामी सदर बशारुल असद की दरख़ास्त पर रूस ने गुज़िश्ता बरस सितंबर में शाम के अंदर दाइश के एहदाफ़ को निशाना बनाने के लिए फ़िज़ाई हमलों का सिलसिला शुरू किया था।
जर्मन रोज़नामे डी ब्लड को दिए गए एक इंटरव्यू में रूसी सदर व्लादीमीर पुतीन का कहना है कि मास्को शाम के अंदर आईनी इस्लाहात की हिमायत कर रहा है। कल मंगल 12 जनवरी को छपने वाले इस इंटरव्यू में पुतीन का मज़ीद कहना है कि अगर मुल्क में आइन्दा इंतिख़ाबात जम्हूरी हुए तो असद को कहीं भी जाने की ज़रूरत नहीं होगी, भले उन्हें इन इंतिख़ाबात में कामयाबी हासिल ना भी हो।
ख़बररसां इदारे रोइटर्स के मुताबिक़ रूस, अमरीका और मशरिक़े वुस्ता के ममालिक शामी हुकूमत और अपोज़ीशन के दरमयान मुज़ाकरात के लिए कोशां हैं जबकि मुज़ाकरात के ज़रीए शाम के मसले के हल की राह में सदर बशारुल असद की शख़्सियत को एक बड़ी रुकावट क़रार दिया जाता है।