58 साला हिंदुस्तानी शहरी जो 23 साल से बहरैन में मुक़ीम था और एक बार भी वतन नहीं आया था, इंतिक़ाल कर गया। उस की तदफ़ीन इस के वतन मालूफ़ में अमल में आई।
केराला का मुतवत्तिन पी के जे कुमार बर्सों से अपने ख़ानदन के साथ ही रब्त रखे हुए नहीं था। समझा जाता है कि उस की नज़र भी कमज़ोर थी वो अपने घर में गिरने की वजह फ़ौत हो गया।