अलक़ायदा के जंगजू उन अरब ममालिक (देश) में अड्डे क़ायम करने की कोशिश कर रहे हैं जहां के अवाम ने अपने हुकमरानों का तख़्ता पलट दिया है। वो बर्तानिया पर हमले कराने के लिए इन्क़िलाबी मग़रिबी (पश्चिमी) नौजवानों को वहां तर्बीयत देना चाहते हैं।
दो साल में पहली अवामी तक़रीर करते हुए सिक्योरिटी सर्विस के डायरेक्टर जनरल जोनाथन इवांस ने कल कहा कि त्युनस , लीबिया, यमन और मिस्र में बहार अरब की बग़ावतों से ये उम्मीद पैदा हुई है कि मग़रिबी (पश्चिमी) एशिया में ज़्यादा जमहूरी (लोकतान्त्रिक) हुकूमतें क़ायम होंगी। मगर बर्तानिया के खु़फ़ीया एजैंसीयों के सरबराह ने कहा है कि अलक़ायदा जो 1990 की दहाई में अरब ममालिक (देशों) से अफ़्ग़ानिस्तान मुंतक़िल हो गया था और तालिबान के ज़वाल के बाद पाकिस्तान चला गया और एक मर्तबा फिर अरब दुनिया में क़दम जमाने की कोशिश कर रहा है।