बहू गुना की होगी छुट्टी, हरीश रावत होंगे उत्तराखंड के वज़ीर-ए-आला

उत्तराखंड में विजय बहू गुना को वज़ीर-ए-आला के ओहदे से हटा दिया जाना अब तक़रीबन तय‌ है| कांग्रेस सदर सोनिया गांधी ने पार्टी के सीनियर रहनुमाओं के साथ मुलाक़ात कर उनके जांनशीन के नाम पर बहस की है| माना जा रहा है कि बहू गुना के मुक़ाम पर उत्तराखंड के वज़ीर-ए-आला के तौर पर हरीश रावत की ताजपोशी हो सकती है| अगरचे हरीश रावत का कांग्रेस मैंबरान असेंबली में गुजिश्ता दिनों काफ़ी मुख़ालिफ़त देखा गया था|

विजय बहू गुना को हटाने के लिए पार्टी आला कमान पर दबाव‌ बढ़ता जा रहा है| इस वजह से बुध को पार्टी सदर सोनिया गांधी को अहम इजलास बुलवानी पड़ी| इजलास के बाद पार्टी ज़राए ने बताया कि वज़ीर-ए-आला के बारे में फ़ैसला जल्द किया जाएगा| पार्टी ज़राए के मुताबिक़ विजय बहू गुना के ख़िलाफ़ अदम इतमीनान बढ़ता ही जा रहा है| रियासत के लीडर दो टोक अलफ़ाज़ में आला कमान को ये इंतिबाह दे चुके हैं कि अगर वज़ीर-ए-आला नहीं बदला गया तो वहां पार्टी का सोपडा साफ़ हो जाएगा| गुजिश्ता असेंबली इंतिख़ाबात में पार्टी ने उत्तराखंड की तमाम पाँच सीटों पर कामयाबी हासिल की थी| उन में से एक विजय बहू गुना की भी थे|

वज़ीर-ए-आला के ओहदे पर हरीश रावत के दावे को देखते हुए उनका मुख़ालिफ़ ग्रुप मैंबरान असेंबली में से ही किसी को वज़ीर बनाए जाने का मुतालिबा कर रहा है| वहीं इंदिरा ह्वदयेश ने अपना दावे ठोकते हुए कहा है कि वो 1974 से पार्लीमानी सियासत में हैं , वो ख़ुद को भी इस ओहदे के काबिल समझती हैं|

कांग्रेस में कई लोग ज़िम्मेदारी सँभालने को तैयार हैं| ग़ौर हो कि असेंबली में कांग्रेस के 33 रुक्न हैं और उसे सात रुकनी तरक़्क़ी पसंद जम्हूरी महाज़ की हिमायत हासिल है जिस में बी एस पी के तीन, तीन आज़ाद और उत्तराखंड का एक एमएलए शामिल है| बाक़ी 30 मैंबर असेंबली बी जे पी के हैं|