बहू दहेज़ नहीं लाई तो सास ने घर में घुसने नहीं दिया, शादी के जोड़े में लगाई आग

दहेज की मांग पूरी न होने पर एक सास ने बहू को घर में दाखिल करने नहीं दिया। साथ ही उसके मायके के आए सभी सामान को केरोसिन तेल छिड़कर फूंक डाला। इतना ही नहीं सास ने बहू की शादी के जोड़े भी उतार कर जला दिया। यह वाकिया महराजचक गांव में बुध दोपहर की है। मरहूम महेन्द्र प्रसाद का बेटा मुन्ना कुमार की शादी चार साल पहले जहानाबाद के सातनपुर गांव के रहने वाले नागेन्द्र प्रसाद की बेटी रिंकी से हुई थी। शादी के बाद रिंकी एक सप्ताह ही ससुराल में रही। बाद में ससुरालवालों ने मुर्हूत का बहाना बनाकर बहू को मायके भेज दिया। बहू को घर लाने से ससुरालवाले टाल मटोल कर रहे थे। इससे परेशान मायके वाले जुमेरात को रिंकी को लेकर उसके ससुराल पहुंचे। बहू को आते देख सास घर के मेन दरवाजे पर खड़ी हो गई।

करीब चार घंटे तक हाई प्रोफाइल ड्रामा चलता रहा। इस दरमियान रिंकी अपने ससुराल की गेट पर ही बैठी रही। यह देख गांव वालों उसकी मदद के लिए आगे आए और उसकी सास को समझाया। लेकिन वह जिद पर अड़ी थी।उसका कहना था कि जब तक उसे दहेज के 11 लाख रुपए और एक बाइक नहीं मिलेगा वह बहू को घर में घुसने नहीं देगी। मांग पूरी नहीं हुई तो बेटे की दूसरी शादी करा देगी। लोगों ने इसकी इत्तिला पुलिस को दे दी तो ड्रामा कर रही रिंकी की सास मौके से फरार हो गई। बाद में पुलिस ने दोनों फरीक को समझा कर मामला पुरअमन कराया। इस सिलसिले में रिंकी के वालिद ने मसौढ़ी थाने में एक तहरीरी शिकायत दर्ज कराई है। थाना सदर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

ससुराल की गेट पर 4 घंटों तक बैठी रही रिंकी ने बताया कि उसकी सास उसे जान से मारना चाहती थी। पहले तो उसने शादी के जोड़े उतारकर जला डाला। फिर उसे पीटते हुए सभी सामान को जला दिया। बाद में मुझे भी मौत की नींद सुलाना चाहती थी। मगर गांववालों ने उसे बचा लिया। रिंकी के शौहर मुन्ना कुमार ने कहा कि अब कोई मसला नहीं होगी। मां ने ऐसा क्यों किया उसे नहीं पता।