बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले पर आईएस की न्यूज एजेंसी अमाक ने रेस्टोरेंट के अंदर की फोटोज जारी की है। जिसमें हमले के दौरान मारे गए लोगों की लाशें दिखाई दे रही हैं। हमले में बचे हसनत करीम के मुताबिक, आतंकियों ने होस्टेज से कुरान की आयतें सुनाने को कहा था इससे वह मुस्लिमों की पहचान करना चाहते थे और जिन लोगों को याद थीं, उन लोगों के साथ आतंकियों ने अच्छा बर्ताव किया गया और बाद में छोड़ दिया गया। बाकी विदेशियों की धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई। हसरत ने बताया कि वह अपने परिवार समेत पत्नी शरमीन करीम, बेटी सफा और बेटे रयान के साथ शुक्रवार रात रेस्टोरेंट गए थे। उनकी बेटी सफा का बर्थडे था। इसी दौरान आतंकी रेस्टोरेंट में घुसे और वहां मौजूद लोगों को बंधक बना लिया। हसनत के पिता रजाउल करीम ने बताया कि बांग्लादेशी लोगों को आतंकियों ने खाना भी खिलाया। एक अन्य चश्मदीद रशिला रहीम ने बताया कि धमाकों की आवाज से मेरे ड्रॉइंग रूम की खिड़कियों के कांच टूट गए। मेरी आंटी अपनी बेटी और उसके दो दोस्तों के साथ इफ्तार के लिए वहां गई थीं और वापस नहीं लौटीं।